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मायावती ने घोषित किया एक और प्रत्याशी, मेरठ की सरधना सीट से बसपा उम्मीदवार के नाम का किया ऐलान

बसपा ने दौराला में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में संजीव धामा को सरधना से प्रत्याशी घोषित कर दिया। मुख्य अतिथि पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी शमसुद्दीन राइन ने घोषणा के साथ ही उन्हें विधानसभा पहुंचाने...

मायावती ने घोषित किया एक और प्रत्याशी, मेरठ की सरधना सीट से बसपा उम्मीदवार के नाम का किया ऐलान
Amit Guptaकार्यालय संवाददाता ,मेरठThu, 25 Nov 2021 09:50 AM

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बसपा ने दौराला में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में संजीव धामा को सरधना से प्रत्याशी घोषित कर दिया। मुख्य अतिथि पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी शमसुद्दीन राइन ने घोषणा के साथ ही उन्हें विधानसभा पहुंचाने का आह्वान किया। भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि लोग बसपा के शासनकाल को याद कर रहे हैं और पार्टी सुप्रीमो मायावती को फिर से प्रदेश का मुख्यमंत्री बनता हुआ देखना चाहते हैं।

मुख्य अतिथि ने संजीव धामा को सरधना विधानसभा से प्रत्याशी घोषित किया और भाजपा-सपा पर वार करते हुए कहा कि इन दोनों सरकार ने उत्तर प्रदेश को पिछले 10 साल में बर्बाद कर दिया। बहन मायावती के पूरे शासनकाल में सभी कार्यों को सपा व भाजपा अपना बता कर फीता काट रहे हैं और लोगों को गुमराह कर रहे हैं। संजीव धामा ने कहा कि जिस प्रकार 2007 में सरधना विधानसभा में चंद्रवीर सिंह को काफी मतों से जिताकर विधायक बनाया था ठीक उसी प्रकार सरधना विधानसभा के लोग उन्हें भी विधानसभा में भेजने का काम करेंगे।

बसपा सुप्रीमो से मिले शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी

शिक्षक भर्ती में आरक्षण को लेकर आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों ने पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती के आवास पर जाकर उनका समर्थन मांगा। पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने की मांग को लेकर अभ्यर्थी आवास के सामने बैठ गए। हालांकि कर्मचारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री तक अभ्यर्थियों का संदेश पहुंचाया। अभ्यर्थी वीरेन्द्र यादव ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने उन्हें और मुक्ता कुश्वाहा को मिलने के लिए बुलाया। दोनों ने आरक्षण में हुए गोलमाल की हकीकत उन्हें बताई। उन्होंने आश्वासन भी दिया। इससे पहले सभी केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के आवास पर भी गए।  पूर्व मुख्यमंत्री से मुलाकात करके लौटते अभ्यर्थियों को पुलिस रोकने लगी। सभी को ईको गार्डेन चलने के लिए बाध्य करने लगी। इस पर अभ्यर्थियों ने जब इंकार किया तो पुलिस ने जबरन घसीटकर अभ्यर्थियों को गाड़ियों में भर कर ईको गार्डेन में छोड़ा।