Manish Gupta murder case: मीनाक्षी ने फिर जताया जांच पर शक, कहा-सबूतों के साथ लगातार हो रहा खिलवाड़, कैसे करूं विश्वास
गोरखपुर के होटल में पुलिस जांच के दौरान मनीष गुप्ता की हत्या की जांच को लेकर उनकी पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने एक बार फिर अपना शक जाहिर किया है। मीनाक्षी का आरोप है कि सबूतों के...
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गोरखपुर के होटल में पुलिस जांच के दौरान मनीष गुप्ता की हत्या की जांच को लेकर उनकी पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने एक बार फिर अपना शक जाहिर किया है। मीनाक्षी का आरोप है कि सबूतों के साथ लगातार खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि मनीष के शरीर पर मिले चोटों के निशान पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्यों नहीं हैं। जांच संदेहास्पद है। सीबीआई जांच कब होगी। ये बातें मीनाक्षी ने बुधवार शाम ट्विटर पर चोट के निशान की फोटो और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की कॉपी पोस्ट करते हुए लिखीं। मीनाक्षी ने अब तक सीबीआई द्वारा जांच न शुरू किए जाने पर भी चिंता जताई। उन्होंने सीबीआई जांच जल्द शुरू करने की मांग की।
मेरा निवेदन है कृपया सी बी आई जांच को प्रारंभ करें।
— justice for Maneesh (@MeenakshiMGupt1) October 13, 2021
पुलिस द्वारा मनीष जी की हत्या को गंभीरता से लिया जाए।
क्यों देर लगाया जा रहा है?@homeupgov @AmitShahOffice @myogioffice @PMOIndia @News18UP @JagranNews @ZeeNewsCrime @CBItweets @airnewsalerts @BBCBreaking @DDNewslive https://t.co/4qha1hdaVd
मीनाक्षी ने फोन पर बातचीत के दौरान कहा कि मनीष का घटना की जानकारी पर जब गोरखपुर पहुंची तो मोर्चुरी में पति का शव देखा था। शरीर में कई चोटों के निशान थे। एक निशान तो गले पर नीले रंग का था। वहीं कान से गले तक भी लाल निशान थे, जिसे देखकर साफ लग रहा था कि उन्हें पीटा गया था। निष्पक्ष जांच और कार्रवाई के लिए ही पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल और वीडियोग्रॉफी के बीच कराने की मांग की थी। हुआ भी ऐसा, लेकिन फिर भी पोस्टमार्टम में इन चोटों के निशान को मार्क क्यों नहीं किया गया। इससे ये बात तो पूरी तरह से तय हो चुकी है कि गोरखपुर के डॉक्टर, पुलिस अधिकारी और होटलकर्मी सब मिले हैं। ऐसे में वहां पति का केस चलेगा तो कैसे मान लूं कि वहां सुरक्षित तरीके से सबकुछ होगा।
सीएम से तो गुहार लगा चुकी हूं, कानूनी भाषा नहीं जानती
मीनाक्षी ने कहा कि सीबीआई जांच और पति का केस पूरी तरह से कानपुर में ट्रांसफर होने की मांग पहले ही कर चुकी हूं। उन्होंने मांगें पूरी होने का आश्वासन भी दिया था, लेकिन मुझे नहीं मालूम कि केस में क्या ट्रांसफर हुआ है। मैं कानूनी भाषा तो जानती नहीं। कोई मुझे बताए तब उसकी जानकारी होगी। मेरी सीएम से यही गुहार है कि पति का केस कानपुर कोर्ट में ट्रायल हो और सीबीआई जांच जल्द से जल्द शुरू हो जाए, जिससे पति को इंसाफ मिल सके।