कबूतर का खून बिखेर कर रची अपने ही अपहरण की कहानी, जानिए विरोधियों को फंसाने के लिए तैयार जाल में कैसे खुद फंस गया शातिर
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के थाना एका क्षेत्र में विरोधियों को फंसाने के लिए अपहरण का नाटक रचने वाले युवक को पुलिस ने जनपद एटा से दबोच लिया। पुलिस उसकी पत्नी व भाई की तलाश में जुटी है।...
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के थाना एका क्षेत्र में विरोधियों को फंसाने के लिए अपहरण का नाटक रचने वाले युवक को पुलिस ने जनपद एटा से दबोच लिया। पुलिस उसकी पत्नी व भाई की तलाश में जुटी है। अपहरण के नाटक में दोनों ने साथ दिया था।
मोहनपुर निवासी चंद्रवती ने 12 जनवरी को थाने में अपने पति भूप सिंह के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। उसने गांव के ही भूपेंद्र अजय कुमार दीनदयाल अंशुल तथा नीरज को मुकदमे में नामजद किया था। पुलिस ने उसके घर पहुंच कर घटना के बारे में जानकारी की। उसके घर पर जहां वह सो रहा था वहां खून पड़ा मिला। मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई। पुलिस ने कई बार नामजद लोगों से थाने बुलाकर पूछताछ भी की।
तहकीकात के दौरान पुलिस को पता चला के भूप सिंह जनपद एटा थाना पिलुआ के नगला सैया में जमीन लेकर मकान बनवा रहा है। पता चलते ही पुलिस ने वहां दबिश दी। पुलिस को देख भूप सिंह दीवार फांद कर भागने लगा। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।
विवाद के चलते फंसाना चाहते थे आरोपियों को
एसएसपी अशोक कुमार ने बताया कि भूप सिंह का जमीन को लेकर नामजद किए लोगों के साथ विवाद चल रहा है। उन लोगों ने भूप सिंह तथा परिवारीजनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था। जिसमें भूप सिंह तथा उसका भाई जेल गया था। जेल से छूटने के बाद उन्होंने विरोधियों को जेल भिजवाने की योजना बनाई थी।
कबूतर का खून डालकर बनाया मामला
एसएसपी ने बताया कि आरोपी ने नलकूप से कबूतर लाकर उसका खून चारपाई के आसपास डाल दिया था। इससे खुद के अपहरण के दौरान खून खराबे जैसा माहौल बनाने का प्रयास किया। पुलिस को उसकी पत्नी चंद्र वती तथा भाई शेखर की तलाश है। एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने पांच निर्दोष लोगों को जेल जाने से बचाया है। पुलिस टीम को 20000 रुपये का इनाम दिया।