नेताजी के बाग को हम सीचेंगे खून-पसीने से, भावुक शिवपाल का अखिलेश यादव के साथ फोटो वाला ट्वीट
लंबे समय बाद गुरुवार को शिवपाल से अखिलेश और डिंपल ने मुलाकात की। इस मुलाकात की फोटो ट्वीट करते हुए शिवपाल ने भावुक पोस्ट लिखी है। इसमें डिंपल को जिताने के लिए जोर लगाने के साथ ही दर्द भी दिखा है।
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सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से रिक्त हुई मैनपुरी सीट के उपचुनाव से ठीक पहले शिवपाल और अखिलेश फिर करीब आ गए हैं। लंबे समय बाद गुरुवार को शिवपाल से अखिलेश और डिंपल ने मुलाकात की। इस मुलाकात की फोटो ट्वीट करते हुए शिवपाल ने भावुक पोस्ट लिखी है। इसमें मुलायम की सीट पर परिवार की बहू डिंपल को जिताने का इशारा करने के साथ ही उनके अंदर का दर्द भी दिखा है। शिवपाल ने लिखा 'जिस बाग को सींचा हो खुद नेता जी ने उस बाग को अब हम सीचेंगे अपने खून पसीने से।'
शिवपाल की इस पोस्ट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भी अखिलेश और शिवपाल की इसी तरह से मुलाकात हुई थी और चुनाव के बाद राहें जुदा हो गईं। अखिलेश ने सपा की बैठकों में भी शिवपाल को बुलाना बंद कर दिया था। यहां तक कि उन्हें प्रमासपा का नेता बताने लगे थे। अब एक बार फिर उपचुनाव से पहले दोनों करीब आए हैं।
हालांकि इस बार अखिलेश की तरफ से ही पहल हुई है। रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में शिवपाल को प्रचार अभियान से दूर रखने के बाद मैनपुरी के लिए उन्हें स्टार प्रचारक बनाया गया है। अखिलेश के व्यवहार को लेकर शिवपाल कई बार सार्वजनिक रूप अपना दर्द जाहिर भी कर चुके हैं। आज के पोस्ट को भी उनके एक दर्द के रूप में देखा जा रहा है।
अखिलेश को लेकर भले ही उनके अंदर अब भी पीड़ा हो लेकिन वह नहीं चाहते कि मुलायम सिंह यादव की सीट परिवार के बाहर जाए या विरोधी दलों का उस पर कब्जा हो जाए। उन्हें पता है कि मैनपुरी हारने पर हार केवल अखिलेश-डिंपल या सपा की नहीं होगी। यह हार मुलायम परिवार की होगी। यही कारण है कि सपा में सम्मान नहीं मिलने की बातें बार बार कहने वाले शिवपाल अब अखिलेश की पत्नी डिंपल के लिए पूरी ताकत झोंकने को तैयार हो गए हैं।
शिवपाल यादव की अखिलेश और डिंपल के साथ करीब 45 मिनट तक बैठक चली है। कहा जा रहा है कि बैठक में चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। आगे किस तरह प्रचार अभियान को गति दी जाए इस पर मंथन किया गया है।