UP : लखनऊ में प्रतिबंध रहा बेअसर, शहर की हवा हुई बेहद खतरनाक
लखनऊ में प्रदूषण रोकने के सभी प्रतिबंध बेअसर साबित हुए हैं। शनिवार को यहां की हवा बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गयी है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 422 पहुंच गया, जो गहरे लाल जोन में आ गया है। यह...
लखनऊ में प्रदूषण रोकने के सभी प्रतिबंध बेअसर साबित हुए हैं। शनिवार को यहां की हवा बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गयी है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 422 पहुंच गया, जो गहरे लाल जोन में आ गया है। यह स्थिति मरीजों के लिए बहुत नुकसान दायक है। साथ ही स्वस्थ लोगों को भी बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। एलडीए व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने रविवार से और सख्त कदम उठाने की बात कही है।
राजधानी में प्रदूषण रोकने के लिए चल रही कार्रवाई के बावजूद प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को वायु प्रदूषण बढ़ने से लखनऊ और आसपास के लोगों को दिक्कत महसूस होने लगी। आंखों में जलन व सांस लेने में परेशानी की शिकायत आने लगी। लखनऊ प्रदूषण के माले में अब देश में 11 वें स्थान पर आ गया है, जबकि शुक्रवार को यह 23 वें स्थान पर था। दिल्ली की हवा में जरूर कुछ सुधार हुआ है। वहां एक्यूआई 400 के नीचे आ गया। कानपुर की स्थिति में भी काफी सुधार हुआ है। शुक्रवार को कानपुर में एक्यूआई 403 था, जो अब 379 पर आ गया।
एलडीए ने 160 अफसर फील्ड में उतारे, बोर्ड ने पांच को नोटिस दिया
प्रदूषण रोकने के लिए एलडीए ने शनिवार को 160 से ज्यादा इंजीनियरों व अधिकारियों को फील्ड में उतारा। निर्माण कार्यों को रुकवाने के साथ पानी का छिड़काव कराया। 150 से ज्यादा भवनों का निर्माण रुकवाया। बिल्डिंग मैटियरल को ढकवाया। फिर भी कोई सुधार नहीं हुआ। उधर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गुरुवार को असंल एपीआई व आवास विकास की वृन्दावन योजना में प्रदूषण फैलाने वाले पांच और संस्थाओं को नोटिस भेजा।
अब और सख्त कार्रवाई करेंगे
उत्तर प्रदेश नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी राम करन ने कहा कि अब नोटिस से काम नहीं चलेगा। रविवार से और सख्त कार्रवाई शुरू होगी। लोगों को नोटिस देकर सचेत किया जा चुका है। अब प्रदूषण फैलाने वालों से बड़ा जुर्माना वसूला जाएगा। सोमवार से एक तरफ से फैक्ट्रियों व बिल्डिंग का निर्माण कार्य भी बंद कराया जाएगा। प्रदूषण फैलाने वाले बिल्डर व संस्थान कोई भी नहीं बचेंगे।
प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ शनिवार से कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। अगर बिल्डरों व अन्य लोगों ने प्रदूषण फैलाना नहीं रोका तो बहुत कठोर कार्रवाई होगी। नक्शे निरस्त होंगे और जुर्माना लगेगा। शनिवार को सैकड़ों निर्माण बंद कराए गए। -प्रभु एन सिंह, उपाध्यक्ष, एलडीए
यह हैं सबसे ज्यादा प्रदूषित देश के 10 शहर
शहर | प्रदूषण की स्थिति(एक्यूआई) |
फतेहाबाद | 493 |
हिसार | 490 |
जिंद | 459 |
गाजियाबाद | 453 |
बुलंदशहर | 446 |
हापुड़ | 444 |
ग्रेटर नोएडा | 438 |
बागपत | 435 |
नोएडा | 432 |
पटना | 428 |
टॉप 10 प्रदूषित शहरों में उत्तर प्रदेश के छह शहर
देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित 10 शहरों में अभी भी यूपी के छह शहर शामिल हैं। सूची में चौथे से लेकर नौवें नम्बर तक छह शहर सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की सूची में हैं। यह शहर हैं गाजियाबाद, बुलन्दशहर, हापुड़, ग्रेटर नोएडा, बागपत तथा नोएडा। यहां प्रदूषण गहरे लाल जोन में आ गया है। जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है।