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ब्याज के रुपये वापस मांगने पर कर्जदारों ने की युवक की हत्या, पुलिस से बचने के लिए नदी में फेंकी लाश

यूपी के श्रावस्ती में ब्याज का रुपये वापस मांगने का दबाव बनाने पर कर्जदारों ने युवक की गला दबाकर हत्या कर दी। फिर शव को श्रावस्ती से बोलेरो में लाकर नदी में फेंक दिया।

ब्याज के रुपये वापस मांगने पर कर्जदारों ने की युवक की हत्या, पुलिस से बचने के लिए नदी में फेंकी लाश
Pawan Kumar Sharmaहिन्दुस्तान,बलरामपुरSun, 22 Oct 2023 07:04 PM
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यूपी में श्रावस्ती में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां ब्याज का रुपये वापस मांगने का दबाव बनाने पर कर्जदारों ने युवक की गला दबाकर हत्या कर दी। फिर शव को श्रावस्ती से बोलेरो में लाकर 19 अक्टूबर को गौरा चौराहा थाना क्षेत्र स्थित राप्ती नदी में फेंक दिया। शव की बरामदगी शनिवार दोपहर हुई है। उसके बाद बेटे ने पिता की हत्या में बहराइच के तीन लोगों को नामजद किया, जिनकी गिरफ्तार गिलौला पुलिस ने कर ली है।

गौरा चौराहा के प्रभारी निरीक्षक तेज नरायन गुप्ता ने बताया कि शनिवार दोपहर पिपराघाट पुल के पूरब एक युवक की लाश राप्ती नदी में उतराती पाई गई थी। खोजबीन के बाद शव की पहचान 45 वर्षीय संतोष पांडेय मझिला बनकटी जानकीनगर खुर्द थाना गिलौला के रूप में की गई। शव का पोस्टमार्टम कराया गया तो गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि की गई। संतोष पांडेय की गुमशुदगी गिलौला थाना में 19 अक्टूबर को उसके बेटे ने दर्ज कराई थी। गिलौला पुलिस के अनुसार विवेचना में सामने आया कि संतोष की गला दबाकर हत्या की गई थी। संतोष ब्याज पर रुपए देता था। उसने बहराइच के प्रयागपुर निवासी मोनू सिंह और खुर्शीद को ब्याज पर रुपया उधार दे रखा था। संतोष रुपया वापस करने का दबाव दोनों पर बना रहा था। इस पर दोनों ने मिलकर उसके हत्या की योजना बना डाली।

मोनू ने शराब पिलाकर की थी संतोष की हत्या

दोनों ने इकौना थाना क्षेत्र के सीताद्वार निकट टेढ़वा महंत नहर किनारे संतोष को 17 अक्टूबर को बुलाया। सभी ने बैठकर नहर किनारे शराब पी। उसके बाद नशा होने पर संतोष की गला घोंटकर हत्या कर दी। शव को बोलेरो में रखकर गौरा चौराहा थाना क्षेत्र स्थित राप्ती नदी में फेंक दिया। संतोष की मोटर साइकिल नहर किनारे बरामद हुई थी। 19 अक्टूबर को संतोष के पुत्र ने गिलौला थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस को शुरू से ही संदेह था कि संतोष की हत्या कर शव कहीं फेंक दिया गया है। राप्ती नदी में शव बरामद होने पर पुलिस का शव यकीन में बदल गया।

गिलौला थाना के वरिष्ठ उप निरीक्षक उमेश सिंह ने बताया कि संतोष का कॉल डिटेल चेक किया गया तो सबसे अधिक बात मोनू सिंह से होना पाया गया। गुमशुदगी वाले दिन भी संतोष ने मोनू से कई बार बात की थी। संदेह के आधार पर पुलिस ने मोनू को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। मोनू, खुर्शीद व बोलेरो चालक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

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