जमीन के जालसाजों की अब खैर नहीं, एक से ज्यादा केस पर गैंगस्टर; पुलिस को मिला टार्गेट
जालसाजी कर सम्पत्ति बनाने वालों पर नकेल कसने के लिए अब उन्हें गैंगस्टर के दायरे में लाने की तैयारी है। इसके लिए पुलिस एक से अधिक केस वाले जालसाजों की अलग लिस्ट बनाएगी। गोरखपुर SSP ने शुरुआत कर दी है।
जालसाजी कर सम्पत्ति बनाने वालों पर नकेल कसने के लिए अब उन्हें गैंगस्टर के दायरे में लाने की तैयारी है। इसके लिए पुलिस एक से अधिक केस वाले जालसाजों की अलग सूची बनाएगी। गोरखपुर में एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने इसकी शुरुआत कैंट सर्किल से की है। उन्होंने एएसपी/सीओ कैंट को अपने सर्किल के चारों थानों में दर्ज जालसाजी ऐसे मामलों, जिसमें एक व्यक्ति पर एक से अधिक केस दर्ज हों, पर उसके गिरोह के साथ गैंगस्टर की कार्रवाई का टार्गेट दिया है।
वर्तमान में जिले में भूमि विवाद के बाद सबसे ज्यादा मामले जालसाजी के आ रहे हैं। उसमें भी भूमि से संबंधित जालसाजी की संख्या अच्छी-खासी है। एसएसपी के यहां जब कोई पीड़ित शिकायत लेकर पहुंच रहा है तो सीओ से जांच कराकर केस दर्ज कराया जा रहा है। केस दर्ज करने के साथ ही जालसाजों पर शिकंजा कसने के क्रम में एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने सभी सर्किल की समीक्षा की, तो पाया कि कैंट सर्किल (कैंट, खोराबार, एम्स और तारामंडल) में सबसे ज्यादा जालसाजी के मामले दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने अब इन केसों की सूची तैयार कर, ऐसे जलासाजों की पहचान करने का निर्देश दिया है, जिनके खिलाफ एक से ज्यादा केस दर्ज हैं। उन मामलों में थाने से रिपोर्ट मंगाकर गैंगस्टर की कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई है। एसएसपी ने एएसपी/सीओ कैंट अंशिका वर्मा को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है।
अब सीओ की भी होगी समीक्षा
एसएसपी अब थानेदारों के साथ ही सीओ के सर्किल में क्राइम और विवेचना की प्रगति सहित अन्य मामलों की समीक्षा करेंगे। समीक्षा से पहले सीओ को टार्गेट भी दिया जाएगा।
जमीन दिलाने के नाम पर 17 लाख रुपये हड़पे
बिहार के सिवान जिले के मैरवाधाम निवासी शिवम कुमार पाठक से जालसाजों ने गुलरिहा के मूर्ति चौराहे के पास जमीन दिखाकर 17 लाख रुपये हड़प लिए। एसएसपी के निर्देश पर गुरुवार की शाम शाहपुर पुलिस ने बिछिया सर्वोदय नगर निवासी आरोपी रविंद्र, कृष्णा, निशा मिश्रा और कोतवाली क्षेत्र के घोष कंपनी निवासी भीष्म नारायण शाही के खिलाफ केस दर्ज किया है। पीड़ित शिवम कुमार पाठक ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उनके व्यवसायिक मित्र रविंद्र मिश्र ने गुलरिहा के मूर्ति चौराहे के पास दो हजार वर्ग फीट जमीन दिखाई, जो पसंद आ गई। जमीन का सौदा 26 लाख रुपये में तय हुआ, एडवांस के रूप में दोनों लोगों को 17 लाख रुपये दिया। लेकिन जमीन रजिस्ट्री नहीं की गई।
क्या बोले एसएसपी
एसएसपी डा.गौरव ग्रोवर ने कहा कि जिनके खिलाफ एक से अधिक जालसाजी के केस दर्ज किए गए हैं, उनकी समीक्षा कर गैंगस्टर की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। इसकी शुरुआत कैंट सर्किल से की गई है। जालसाजी के केस की समीक्षा की जा रही है, जिसमें आवश्यकता होगी, उसमें गैंगस्टर की कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा।
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