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योगी के मंदिर में सात दिन जले दीपक, मूर्ति किसने हटवाई? न ग्रामीण को पता न प्रशासन को 

सात दिनों के पूर्जा-अर्चना के बाद योगी आदित्यनाथ के लिए बनाए गए मंदिर में अब ताला लग चुका है। मंदिर के अंदर लगी योगी मूर्ति भी गायब है। मूर्ति गायब होने को लेकर भी किसी को कोई जानकारी नहीं है।

योगी के मंदिर में सात दिन जले दीपक, मूर्ति किसने हटवाई? न ग्रामीण को पता न प्रशासन को 
Dinesh Rathourसंवाददाता,भदरसा (अयोध्या)Sun, 25 Sep 2022 09:10 PM

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सात दिनों के पूर्जा-अर्चना के बाद योगी आदित्यनाथ के लिए बनाए गए मंदिर में अब ताला लग चुका है। मंदिर के अंदर लगी योगी मूर्ति भी गायब है। हालांकि मूर्ति किसने और कैसे गायब की है, इसको लेकर न तो ग्रामीण कुछ बता पा रहे हैं और न ही प्रशासन। जिस शख्स ने मंदिर का निर्माण कराया था, वह भी लापता बताया जा रहा है। योगी के मंदिर में ताला लगने और मूर्ति गायब होने की चर्चा जोरों पर है। बतादें कि योगी के मंदिर को लेकर विवाद बढ़ने के बाद मंदिर की जमीन की रविवार को प्रारंभिक पैमाइश कराई गई थी, जिसमें जमीन कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज की निकली। मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई शिकायत के बाद एसडीएम के आदेश पर रविवार को इस जगह की पैमाइश कराई गई। बारिश के कारण बाधित हुआ पैमाइश का काम सोमवार को पूरा किया जाएगा। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। 

कल्याण भदरसा गांव के मजरा मौर्या का पुरवा निवासी यूट्यूबर प्रभाकर मौर्य ने अपने घर के पास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनवाया था। इस बीच उनके चाचा रामनाथ मौर्य ने मंदिर स्थल को विवादित बताते हुए उप जिलाधिकारी सोहावल को प्रार्थना पत्र देकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर इसकी शिकायत की। शिकायत होने के बाद एसडीएम सोहावल मनोज कुमार श्रीवास्तव ने रविवार को राजस्व और पुलिस टीम मौके पर पैमाइश के लिए भेजी। सूचना के बावजूद प्रभाकर मौर्य वहां नहीं पहुंचे।

राजस्व विभाग के सूत्रों की मानें तो प्रारंभिक जांच में मंदिर निर्माण की जगह आचार्य नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के अंतर्गत संचालित फसल अनुसंधान केंद्र मसौधा की निकली। पुलिस व राजस्व टीम की पैमाइश में रुक-रुक कर हो रही बरसात ने बाधा डाल दी। इस कारण अब पैमाइश सोमवार को होने की संभावना है। सूत्रों की मानें तो प्रभाकर के पिता जगन्नाथ मौर्य और एक भाई से पुलिस ने पूछताछ भी की है लेकिन पुलिस इससे भी इनकार कर रही है। पूराकलंदर थाना के प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह ने बताया कि पैमाइश की सूचना प्रभाकर मौर्य को दी गई थी लेकिन वह लापता हो गए। मंदिर में मूर्ति भी नहीं मिली। उप जिलाधिकारी सोहावल ने बताया कि सोमवार को फिर पैमाइश के बाद ही स्पष्ट होगा कि जहां मंदिर बना है वह किस प्रकार की जमीन है। 

मंदिर गिराने की हो रही साजिश : प्रभाकर मौर्य

यूट्यूबर व मंदिर निर्माणकर्ता प्रभाकर मौर्य ने फोन पर रोते हुए कहा कि हमने आराध्य मानकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मूर्ति स्थापित की और अब मंदिर से मूर्ति हटाकर इसे गिराने की साजिश रची जा रही है। वह मुख्यमंत्री से मिलकर पूरी घटना बताएंगे। 

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दो बार किया था ट्वीट

कल्याण भदरसा में योगी के मंदिर की सूचना जब फेसबुक पर प्रसारित हुई तो समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर तंज कसा था कि योगी आदित्यनाथ का मंदिर बना। इसके बाद जब प्रभाकर मौर्य के चाचा रामनाथ मौर्य ने शिकायत की तो अखिलेश ने फिर ट्वीट कर कहा कि विवादित जमीन पर बने इस मंदिर पर बुलडोजर कौन चलाएगा।
 

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