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लखीमपुर किसान नेता ने किया आत्मदाह का प्रयास, जमकर हंगामा, पुलिस ने भांजी लाठियां, 68 दिन से हो रहा था प्रदर्शन

यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में शुक्रवार शाम को अफसरों से वार्ता के बाद असंतुष्ट होकर एक किसान नेता ने भीड़ के बीच आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिस ने उसे बचाकर एम्बुलेंस में डाल लिया।

लखीमपुर किसान नेता ने किया आत्मदाह का प्रयास, जमकर हंगामा, पुलिस ने भांजी लाठियां, 68 दिन से हो रहा था प्रदर्शन
Dinesh Rathourसंवाददाता,मैगलगंजFri, 09 Dec 2022 08:44 PM

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यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में शुक्रवार शाम को अफसरों से वार्ता के बाद असंतुष्ट होकर एक किसान नेता ने भीड़ के बीच आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिस ने उसे बचाकर एम्बुलेंस में डाल लिया। इसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठियां भांजी। किसान नेता के साथ ही आत्मदाह का एलान करने वाले पांच लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। किसान नेता को ले जा रही एम्बुलेंस रोकने के लिए ग्रामीण व महिलाएं पुलिस से भिड़ गए। हंगामा जारी रहा। 

68 दिनों से धरने पर बैठे किसानों ने सुनवाई न होने पर विकास कार्यों में गड़बड़ी की जांच का मुद्दा उठा लिया। किसान नेता श्यामू शुक्ला ने बाईपास संपर्क मार्ग पर खड़ंजा निर्माण की जांच, जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शुक्रवार को आत्मदाह का एलान किया था। इस एलान के बाद हरकत में आए अफसरों ने मैगलगंज को छावनी बना दिया। दोपहर को सैकड़ों किसानों ने हाईवे पर जुलूस निकाला। पुलिस ने रोका तो हाईवे पर ही बैठ गए।

बाद में अफसरों की मान मनौव्वल पर हाईवे से किसान हटे और कस्बे के एक मोहल्ले में धरने पर बैठ गए। किसान नेता श्यामू शुक्ला का कहना था कि यादव मोहल्ला से बाईपास तक लगभग चार सौ मीटर खड़ंजा निर्माण के नाम पर चार लाख 68 हजार रुप¹ये निकाल लिए गए। खड़ंजा लगा ही नहीं। आत्मदाह के एलान के बाद किसानों से वार्ता करने को अफसर पहुंचे। मौके पर पहुंचे एएसपी अरुण कुमार सिंह, सीओ मोहम्मदी अरविंद वर्मा,  एसडीएम मितौली विनीत उपाध्याय ने श्यामू से वार्ता कर कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन श्यामू ने बिना किसी उच्चाधिकारी के मौके पर पहुंचने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही। इसके बाद परियोजना निदेशक एके पांडे भी पहुंच गए।

उन्होंने भी श्यामू से वार्ता की। इस मौके पर मितौली सर्किल के तीनों थानों के थाना प्रमुख सहित भारी पुलिस बल, चिकित्सकों की टीम, एलआईयू व आईबी सहित फायर ब्रिगेड मौजूद रही। बताते हैं कि वार्ता के दौरान असंतुष्ट होकर किसान नेता श्यामू शुक्ला वार्ता स्थल से हटकर भीड़ के बीच पहुंच गए। वहां उन्होंने अपने शरीर पर पेट्रोल डाल लिया और आग लगाने का प्रयास किया। पहले से मुस्तैद पुलिस ने उसी समय उनको दबोच लिया।

कंबल डाला और घसीटकर एम्बुलेंस में डाल दिया। यह देखकर बाकी किसान भड़क गए और आत्मदाह का एलान करने लगे। पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में ले लिया है। इसके बाद भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने लाठियां चलाईं। गांव वालों का कहना है कि पुलिस कुछ स्प्रे भी कर रही थी। इसके बाद वहां भदगड़ मच गई। किसानों ने श्यामू को लेकर जा रही एम्बुलेंस को रोकने का भी प्रयास किया। पर भारी फोर्स होने के कारण किसान व ग्रामीण सफल नहीं हो सके।

जब दो किसानों ने दी फंदा लगाने की चेतावनी

हनुमान मंदिर के पास श्यामू शुक्ला प्रदर्शन कर रहे थे। निष्कर्ष न निकलते देख दो किसान चुपचाप मोहल्ले के किनारे खेत मे खड़े विशालकाय पेड़ पर चढ़ गए और दोनों किसानों ने गमछा बांधकर फांसी लगाकर आत्महत्या करने की तैयारी शुरू कर दी। तभी किसी ग्रामीण की सूचना पर एएसपी, सीओ मितौली व मोहम्मदी, कई इंस्पेक्टर व पुलिसकर्मी भागते हुए पेड़ के पास पहुंचे। जहां काफी समझाने बुझाने के बाद भी किसान उतरने को राजी नहीं हुए। तब श्यामू ने दोनों को शांत रहने की हिदायत देकर दोनों को नीचे उतरने को कहा तब दोनों नीचे उतरे।

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