डॉयल-112 पर क्यों नहीं लगा रेप पीड़िता के पिता का फोन, नेटवर्क की दिक्कत थी या कुछ और...,जांच शुरू
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में पुलिस आपात सेवा 112-यूपी का नंबर न मिलने की घटना को 112-यूपी के अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। किसी घटना या...

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में पुलिस आपात सेवा 112-यूपी का नंबर न मिलने की घटना को 112-यूपी के अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। किसी घटना या दुर्घटना के बाद पूरे प्रदेश में लोगों को आपात सेवा का नंबर मिलाने में किसी तरह नेटवर्क की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए 112-यूपी के अधिकारियों ने टेलीकॉम रेगुलेटरी अथारिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) और दूरसंचार विभाग को पत्र लिखा है, ताकि भविष्य में नागरिकों को नेटवर्क की समस्या के चलते 112-यूपी की सुविधा लेने में किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
एसपी विनोद कुमार सिंह ने एडीजी असीम अरुण के हवाले से बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही 112-यूपी के अधिकारी रविवार को मौके पर पहुंचे और घटना के बाद 112 नंबर न मिलने की सूचना पर पड़ताल की। ग्रामीणों ने अधिकारियो को बताया कि कभी-कभी नेटवर्क के चलते कहीं भी फोन नहीं मिलता है। स्थानीय अधिकारियों के सामने ग्रामीणों ने 112-यूपी पर कॉल कर मुख्यालय में तैनात संवाद अधिकारियों से बात की और बताया कि पूर्व में भी हमने डॉयल-112 की सुविधाओं का लाभ उठाया है।
पुलिस के अनुसार नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के एक गांव की साढ़े पांच साल की बालिका से रेप के मामले में शुक्रवार की रात में पीड़ित बच्ची के पिता ने डायल 112 पर कई बार कॉल किया मगर फोन नहीं मिला। इसके चलते पीड़ित अकेले बच्ची को लेकर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचा और वहां पुलिस न होने पर डॉक्टरों ने इलाज में देरी की। एडीजी 112-यूपी असीम अरुण ने लोगों से अपील की है कि यदि 112 नंबर सीधे फोन से न लगे तो ऐसी स्थिति में नागरिक 0522-112 नंबर मिला सकते हैं। इसके साथ ही जिले में कार्यरत मोबाइल कंपनियों के अधिकारियों को तथा पुलिस विभाग -112 के जनपद में कार्यरत अधिकारियों को नेटवर्क जांचने के निर्देश दिए हैं।
