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राम मंदिर निर्माण : केरला, कर्नाटक या फिर मंगलुरू, जानिए कहां के वास्तुविद मंदिर निर्माण के लिए कराएंगे नींव पूजन

रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए नींव का वैदिक रीति से वास्तु पूजन किया जाएगा। इसके बाद गर्भ न्यास संस्कार कर रामलला की प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके लिए देश के प्रतिष्ठित वास्तु...

राम मंदिर निर्माण : केरला, कर्नाटक या फिर मंगलुरू, जानिए कहां के वास्तुविद मंदिर निर्माण के लिए कराएंगे नींव पूजन
कमलाकान्त सुन्दरम्,अयोध्या। Fri, 06 Nov 2020 06:49 AM
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रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए नींव का वैदिक रीति से वास्तु पूजन किया जाएगा। इसके बाद गर्भ न्यास संस्कार कर रामलला की प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके लिए देश के प्रतिष्ठित वास्तु शास्त्रियों की तलाश है। इसके लिए रामजन्मभूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी व उड़प्पी स्थित पेजावर मठ के पीठाधीश्वर जगदगुरु मध्वाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ एवं कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि को दायित्व दिया गया है। अब तक तीन वास्तु शास्त्रियों का चयन किया जा चुका है और दो की अभी तलाश है। 

पेजावर मठ पीठाधीश्वर स्वामी तीर्थ ने बताया कि पांच वास्तु शास्त्रियों के लिए कई नाम सामने आए हैं। उनके नामों पर मंथन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि केरला के वास्तुविद जय गोपाल, उड़प्पी कर्नाटक के जी. सुब्रमण्यम भट्ट व मंगलुरु के कृष्णा राज तंत्रा के नाम पर सहमति हो गयी है। उन्होंने बताया कि उत्तर व दक्षिण भारत के समन्वय से वास्तुविदों का चयन होना है जिसके कारण काशी व दिल्ली से आए नामों पर विचार किया जा रहा है। देवालयों में देव विग्रह की प्रतिष्ठा की विधि पूर्ण वैज्ञानिक है, जो प्राचीन ऋषि परम्परा के साधकों के अनुसंधान से उपजा है। कहा कि राम मंदिर भी अध्यात्म और विज्ञान के समन्वय से ही निर्मित होगा। 

इस मंदिर में प्राचीनता और नवीनता की भी झलक दिखाई देगी। उड़प्पी पीठाधीश्वर स्वामी तीर्थ बताते हैं कि गर्भ न्यास संस्कार के लिए मंदिर के गर्भगृह के द्वार पर विशेष पूजन किया जाएगा। आठ फिट नीचे नींव में अलग-अलग पूजन किया जाएगा। पुन: नौ कोने की पेटी स्थापित कर विविध वस्तुएं संरक्षित की जाएंगी। इसके पहले  नींव में शास्त्रीय रीति से निधि कुंभ का पूजन, शिला पद्म पूजन, शिला कूर्म पूजन, योग नाड़ा पूजन ( तांबे की छड़) व अन्य पूजन किए जाएंगे। 

मंदिर के फाउंडेशन निर्माण के लिए लाई जा रही हैं मशीन
रामजन्मभूमि में रामलला के मंदिर के फाउंडेशन निर्माण की तैयारियां तेज हो गयी है और विविध प्रकार की मशीनें लाई जा रही हैं। इनमें मिक्सर मशीनों के अतिरिक्त पाइलिंग के लिए भी अलग-अलग मशीनें अलग-अलग स्थानों से आ रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को भी दो मशीन लाई गयी। बताया गया इनमें सीमेण्ट का घोल भरकर पाइलिंग स्थल में भरा जाएगा। मालूम हो कि 13 हजार वर्ग फिट के क्षेत्रफल में फाउंडेशन के लिए पहले सौ फिट गहराई में 12 सौ स्थानों पर एक मीटर व्यास में पाइलिंग के जरिए पिलर बनाए जाएंगे। पुन: इसके ऊपर चट्टान तैयार की जाएगी जिस पर मूल मंदिर की नींव रखी जाएगी।  
 

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