कानपुरः जहरीली शराब से तीन और की मौत, मरने वालों की संख्या 16 पहुंची
जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला जारी है। सोमवार को हैलट और निजी अस्पताल में भर्ती तीन की मौत हो गई। इनमें से दो कानपुर देहात के निवासी हैं। इस तरह मरने वालों की संख्या 16 पहुंच गई है।...
जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला जारी है। सोमवार को हैलट और निजी अस्पताल में भर्ती तीन की मौत हो गई। इनमें से दो कानपुर देहात के निवासी हैं। इस तरह मरने वालों की संख्या 16 पहुंच गई है। 31 लोग हैलट अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस ने रातभर छापामार कार्रवाई कर ठेका संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पूर्व चौकी प्रभारी और दो सिपाहियों को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। कानपुर देहात में तीन दरोगा, चार सिपाही तथा आबाकारी निरीक्षक और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।
रविवार देर रात कानपुर देहात के शिवली चंपतपुर निवासी शिवरतन (60) की उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं सोमवार को हरियाणा के पलवल निवासी ज्योति प्रसाद (24 ने एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। ज्योति ने मैथा रेलवे स्टेशन पर कंट्रस्क्शन वर्क कर रहा था और मैथा में ही शराब पी थी। उसे 18 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कानपुर देहात के मड़ौली निवासी महेश कठेरिया (38) की दिबियापुर के निजी अस्पताल में मौत हो गई। शराब पीने के बाद हालत बिगड़ी तो परिजनों ने दिबियापुर में भर्ती कराया था।
पूर्व चौकी प्रभारी समेत तीन निलंबित
एसएसपी अखिलेश कुमार ने सचेंडी थाने के रैकेपुर चौकी के पूर्व प्रभारी रविशंकर पाण्डेय और दो सिपाही अंकित और पवन को निलम्बित कर दिया है। इसके अलावा दूल गांव के शराब ठेका संचालक श्याम बालक राम यादव को गिरफ्तार कर लिया है। श्याम बालक की गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम था। फरार अन्य इनामी की तलाश में पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की है।
कानपुर देहात में तीन दरोगा व चार सिपाही सस्पेंड
शराब से हो रही मौतों के बाद कानपुर देहात पुलिस ने दबाव बढ़ा दिया है। पूर्व मंत्री रामस्वरूप सिंह गौर के घर पर कई बार दबिश दी।
एसपी ने सोमवार को तीन दरोगा व चार सिपाहियों को जिम्मेदार ठहराते हुए निलंबित कर दिया। शासन ने आबकारी निरीक्षक व दो आबकारी सिपाहियों को निलंबित कर दिया। पूर्व मंत्री रामस्वरुप सिंह गौर के घर रात में पुलिस ने दो बार छापेमारी की लेकिन उनकी अधिक आयु व बीमारी के कारण गिरफ्तारी नहीं की गई।