कानपुर धमकी एनआईए की टीम, आतंकी मिनहाज के सहयोगी असलहा तस्कर आफाक की तलाश
एक्यूआईएस (अल कायदा इन द इंडियन सब कांटीनेंट) के आतंकियों की लखनऊ से गिरफ्तारी के बाद एनआईए ने केस को हाथ में ले लिया। मामला दर्ज करने के बाद मंगलवार को पहली बार एनआईए की टीम कानपुर पहुंची। यहां...

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एक्यूआईएस (अल कायदा इन द इंडियन सब कांटीनेंट) के आतंकियों की लखनऊ से गिरफ्तारी के बाद एनआईए ने केस को हाथ में ले लिया। मामला दर्ज करने के बाद मंगलवार को पहली बार एनआईए की टीम कानपुर पहुंची। यहां महिलाओं के बारे में जानकारी जुटाने के अलावा असलहों की सप्लाई करने में मदद करने वाले आफाक के बारे में भी पूछताछ की। देर शाम पूछताछ और भ्रमण के बाद टीम लखनऊ रवाना हो गई।
11 जुलाई को एटीएस ने एक्यूआईएस के आतंकी मिनहाज और मसीरूद्दीन को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। इनके पास से असलहों के अलावा कानपुर के रक्षा प्रतिष्ठानों समेत प्रदेश के अन्य शहरों में धार्मिक स्थलों के फोटो, नक्शे आदि बरामद किए गए थे। आरोपितों के अलावा एटीएस ने लखनऊ से ही इनके तीन और साथियों की गिरफ्तारी भी की थी। सभी के कानपुर कनेक्शन निकले थे।
उसी सिलसिले में एनआईए की टीम आई। तीन महिलाओं की सूचना को पुख्ता करने के लिए टीम पनकी गंगागंज गई। वहां पर कुछ लोगों से बातचीत की। इसके अलावा चमनगंज, बेकनगंज और जाजमऊ में भी पूछताछ करने के साथ कुछ घरों को बाहर से देखा।
मिनहाज और मसीरूद्दीन के साथी शकील, मुस्तकीन और मुईद की गिरफ्तारी के साथ ही एजेंसी को पता चला था कि शहर में आफाक नाम के व्यक्ति ने भी असलहा दिलाने में मदद की थी। एनआईए की टीम ने आफाक को लेकर भी जानकारी जुटाई। उन्होंने वह घर भी बाहर से देखा जहां पर आफाक आरोपितों की बैठक कराने वाला था। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में टीम फिर से कानपुर आ सकती है। उन्हें आफाक की लोकेशन के बारे में कुछ अहम जानकारियां मिली हैं।