यूपी के कानपुर देहात में अकबरपुर के नेहरू नगर में रविवार रात महिला सिपाही के पति ने सभासद मकान मालिक की पत्नी व दो बच्चों को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। सोमवार को कानपुर में इलाज के दौरान तीनों की मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपित ने हाईवे पर वाहन के सामने कूद खुद भी जान देने की कोशिश की। आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अकबरपुर कोतवाली में तैनात महिला सिपाही ऊषा प्रजापति अपने पति अवनीश के साथ नेहरू नगर में सभासद जितेंद्र कुमार के मकान में किराए पर रहती है। प्रयागराज निवासी ऊषा ने पिछले साल जून में यहां कमरा लिया था। रविवार को अवनीश ऊषा को थाने छोड़ने गया और वापस आते समय उसने बोतल में पेट्रोल लेकर घर पहुंच गया। वह सीधे पहली मंजिल पर गया जहां सभासद का परिवार रहता है। उसने सभासद की पत्नी अर्चना, बेटी हर्षिता (5) व बेटा हनु (15 माह) किचन में थे। अचानक अवनीश ने तीनों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
लपटों में घिरी पत्नी व बच्चों को बचाने में जितेंद्र भी झुलस गया। चीख-पुकार सुनकर इसी मंजिल पर किराए पर रहने वाली दूसरी महिला सिपाही अर्चना पहुंची और बचाने का प्रयास करने लगी। अवनीश ने उस पर पाइप से हमला कर दिया और भाग निकला। वह पहली मंजिल से केबिल के सहारे कूदा और नीचे खड़ी सभासद की कार में भी आग लगी दी। शोर सुनकर पड़ोसी पहुंचे। कार की आग बुझाई। कुछ लोग ऊपर पहुंचे और किसी तरह आग को काबू में किया। सभासद के पिता सेवानिवृत्त दरोगा कैलाशनाथ ने पुलिस को सूचना दी।
डीएम डा. दिनेश चंद्र व एसपी केशव कुमार चौधरी भी मौके पर पहुंच गए। गंभीर हालत में दोनों बच्चों और सभासद की पत्नी को डाक्टरों ने कानपुर रेफर कर दिया। उर्सला अस्पताल में इलाज के दौरान तीनों की मौत हो गई। वारदात के बाद भागकर हाईवे पहुंचे आरोपित ने एक कार के सामने कूदकर जान देने का प्रयास किया, हालांकि वह बच गया। फिर दूसरी लेन से निकल रहे अन्य वाहन के आगे कूदकर जान देने की कोशिश की। वाहन की चपेट में आने से वह घायल हो गया। एसपी ने बताया कि आरोपित के डिप्रेशन में होने की बात भी सामने आ रही है। उसका इलाज कराया जा रहा है। आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने कहा कि घटना दर्दनाक है। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।