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कानपुर : पनकी की केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग, 21 धमाकों से दहला इलाका

कानपुर के पनकी में मंगलवार को भीषण अग्निकांड ने कोहराम मचा दिया। केमिकल फैक्ट्री में भड़की आग के बाद लगातार 21 धमाके हुए। आसपास की फैक्ट्रियों के कर्मचारी और रहने वाले लोगों में भगदड़ मच गई। जिसे जहां...

कानपुर : पनकी की केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग, 21 धमाकों से दहला इलाका
वरिष्ठ संवाददाता, कानपुर दक्षिण।Wed, 19 Feb 2020 06:45 AM
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कानपुर के पनकी में मंगलवार को भीषण अग्निकांड ने कोहराम मचा दिया। केमिकल फैक्ट्री में भड़की आग के बाद लगातार 21 धमाके हुए। आसपास की फैक्ट्रियों के कर्मचारी और रहने वाले लोगों में भगदड़ मच गई। जिसे जहां जगह मिली, भागने लगा। रोड पर करीब दो मीटर तक लपटें नजर आ रही थीं। टैंकर से थिनर अनलोड होने के दौरान शॉर्ट सर्किट से हादसा हुआ। फैक्ट्री में दो लाख लीटर थिनर स्टोर था। शाम छह बजे दमकल काबू कर पाई। स्थिति संभालने में 42 गाड़ी पानी और 25 सौ लीटर फोम लगा।

साइट नंबर दो में घंटाघर निवासी सतीश गुप्ता की साइनो केमिकल्स फैक्ट्री है। दोपहर एक बजे टैंकर में आया थिनर अनलोड हो रहा था। तेज प्रेशर के लिए सपोर्टिंग अर्थ लेते ही निकली चिनगारी ने जमीन पर रिसे थिनर पर जा गिरी और आग भड़क गई। फैक्ट्री कर्मचारी कुछ समझ पाते, इससे पहले आग तेजी से बढ़ते हुए फैक्ट्री में रखे थिनर भरे ड्रमों तक पहुंच गई। आग का विकराल रूप देख हल्ला-गुहार मचाते हुए फैक्ट्री कर्मचारी बाहर को भागे। सूचना पर दोपहर 2:10 बजे दमकल की पहली गाड़ी पहुंची। इससे पहले विकराल आग बगल स्थित कानपुर पेपर एसोसिएशन अध्यक्ष मनीष अग्रवाल के पिता कृष्ण कुमार अग्रवाल की पेपर फैक्ट्री तक पहुंच गई।

3 बजे तक दमकल की 18 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। 3:30 बजे पेपर फैक्ट्री की आग को दमकल ने पूरी तरह काबू कर लिया। शाम 6 बजे तक दमकल की 42 गाड़ी पानी और 2500 लीटर फोम से केमिकल फैक्ट्री की आग को काबू किया जा सका। आग से फैक्ट्री के साथ अंदर रहने वाले दो कर्मचारियों की पूरी गृहस्थी, बाहर रोड पर खड़ी एक कार, दो लोडर और चार बाइकें जलकर स्वाहा हो गईं।

चीख-पुकार मचाते भागे लोग
आग और वजह देर शाम तक दमकल स्पष्ट नहीं कर पाई, लेकिन दोपहर में ही एक कर्मचारी ने पहचान छिपाने की शर्त पूरा मंजर और खामी बताई। कर्मचारी के मुताबिक, फैक्ट्री में एक टैंकर थिनर आया था। अनलोडिंग के दौरान तेज प्रेशर के लिए सपोर्टिंग अर्थ लिया जाता है। अर्थ के जोड़े तार में शॉर्ट सर्किट से चिनगारी निकली। टैंकर के डिलीवर आउटलेट पाइप के पास काफी थिनर रिस रहा था। जमीन पर रिसकर गिरे थिनर पर चिंगारी पड़ते ही आग भड़क उठी।

आग देख ड्राइवर ने आननफानन गाड़ी स्टार्ट की और फैक्ट्री से बाहर ले जाने लगा, लेकिन डिलीवर आउटलेट पाइप को बंद नहीं किया। गाड़ी बैक होने के दौरान जमीन पर लगातार थिनर गिरने से आग पकड़ती गई, तभी धक्के से ढक्कन खुला दो सौ लीटर का एक ट्रम थिनर गिर गया और आग विकराल हो गई। फैक्ट्री में उस वक्त करीब 20 कर्मचारी थे। गनीमत रही कि गेट खुला था। इससे सभी कर्मचारी चीख-पुकार मचाते हुए बाहर को निकल भागे। टैंकर ड्राइवर गाड़ी फैक्ट्री गेट से बाहर करते ही भाग खड़ा हुआ। करीब 10 मिनट बाद ही विकराल आग फैक्ट्री में रखे अन्य थिनर भरे ड्रमों तक पहुंच गई। टैंकर के डिलीवरी आउटलेट पाइप से निकलते और ड्रम फटने से थिनर के संपर्क में आई आग फैक्ट्री के बाहर सड़क तक पहुंच गई। सड़क पर आग ही आग थी।

रेलवे लाइन किनारे झाड़ियों में गिरा आग का गुब्बार
अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आग के गुब्बार करीब 50 मीटर ऊपर तक उठ रहे थे। फैक्ट्री में लगातार हुए धमाकों के बीच एक ड्रम आग के गुब्बार के साथ बाहर करीब 70 मीटर दूर रेलवे लाइन किनारे झाड़ियों में गिरा। इससे कई पेड़ जल गए। झाड़ियों में गाय-भैंस बंधे थे। फैक्ट्री में आग देख चट्टा संचालक पिंकू ने आननफानन सभी जानवर छोड़ते हुए रेलवे लाइन पार पहले ही खदेड़ दिए थे, जिससे सभी बच गए।

एसओ ने रेलवे को सूचित किया
फैक्ट्री से निकलकर धमाके के साथ झाड़ियों में गिरे थिनर भरे ड्रम को देख एसओ पनकी ने तुरंत रेलवे को सूचित किया। फैक्ट्री में भीषण आग लगने की जानकारी देते हुए ईंधन लोड गाड़ियां रुकवाने को कहा। जानकारी पर आरपीएफ सब इंस्पेक्टर देवी सिंह रेलवे लाइन की सुरक्षा का जायजा लेने पहुंचे और ट्रैक की सुरक्षा-व्यवस्था जांची।

हवा के एकतरफा रुख से बचीं फैक्ट्रियां
केमिकल फैक्ट्री में आग काफी विकराल थी। हवा का एकतरफा रुख (रेलवे लाइन मैदान की ओर) होने से आग अगल-बगल की फैक्ट्री तक नहीं पहुंची। केमिकल फैक्ट्री के बाईं ओर पेपर और दाईं ओर केमिकल फैक्ट्री है। आग पेपर फैक्ट्री तक पहुंच गई थी। दमकल कर्मचारियों ने समझदारी दिखाते पेपर फैक्ट्री की आग को एक घंटे की मशक्कत में काबू कर लिया। गनीमत रही कि हवा का रुख एक तरफा ही होने से दाईं ओर स्थित केमिकल फैक्ट्री और पीछे की फैक्ट्रियों तक आग नहीं पहुंची। तपन से अगल-बगल की फैक्ट्रियों की दीवारें चटक गई हैं।

कमिश्नर ने मांगी जांच रिपोर्ट
फैक्ट्री में आग की सूचना पर कमिश्नर, डीएम, एसएसपी, एडीएम सिटी और अन्य अधिकारी पहुंचे। कमिश्नर ने सीएफओ से फैक्ट्री में फायर उपकरण थे या नहीं, अंतिम बार सुरक्षा मानक के लिए कब जांच की गई और उसकी रिपोर्ट के साथ आग के कारणों की रिपोर्ट मांगी। 

पीएनजी की सप्लाई रोकी गई
फैक्ट्री के सामने से पीएनजी लाइन गुजर रही थी। इसी लाइन के ऊपर खड़े वाहन आग की चपेट में आकर जल उठे। जानकारी पर सीयूजीएल विभाग ने पीएनजी की सप्लाई रोक दी।

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