डेंगू के डंक से कानपुर शहर बेहाल, नर्सिंग होम बनेंगे आइसोलेशन वार्ड
डेंगू के डंक से कानपुर शहर बेहाल है। सरकारी अस्पतालों से ज्यादा डेंगू के मरीज नर्सिंग होम में भर्ती हो रहे हैं। नर्सिंग होमों को आइसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है।

डेंगू के डंक से कानपुर शहर बेहाल है। सरकारी अस्पतालों से ज्यादा डेंगू के मरीज नर्सिंग होम में भर्ती हो रहे हैं। इसे देखते हुए सीएमओ ने सभी नर्सिंग होम को आइसोलेशन वार्ड बनाने का सुझाव दिया है और वहीं पर डेंगू के मरीजों को भर्ती करने की सलाह दी है।
सीएमओ ने डेंगू मरीजों को अन्य मरीजों के साथ नहीं रखने को कहा है ताकि किसी और को संक्रमण फैलने की आशंका शून्य हो सके। शहर में डेंगू का आंकड़ा सवा सौ पार कर गया है इसलिए बचाव ही एक मात्र तरीका है। नर्सिंग होम अबसे आइसोलेशन वार्ड में ही बुखार के मरीजों को भर्ती करें।
प्लेटलेट की मांग तीन गुना बढ़ी
डेंगू बढ़ा तो अब प्लेटलेट की मांग भी तीन गुना बढ़ गई है। अभी तक हैलट के ब्लड बैंक से रोज 2-5 यूनिट प्लेटलेट की मांग रही लेकिन अब यह 15-20 यूनिट रोज की हो गई है। साथ ही डेंगू के मरीजों में दो दिन में ही प्लेटलेट गिरने का रिकार्ड दर्ज किया जा रहा है। हैलट में सोमवार को एक वरिष्ठ डॉक्टर के रिश्तेदार की प्लेटलेट 70 हजार रह गई तो उसे भर्ती कर इलाज करना पड़ा है। हालांकि प्लेटलेट की जितनी मांग बढ़ी है, उसके हिसाब से प्लेटलेट की कमी नहीं है। हैलट ब्लड बैंक की एचओडी प्रो. लुबना खान का कहना है कि मांग बढ़ी पर प्लेटलेट का पर्याप्त स्टाक है।
