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कमलेश मर्डरः सिम कार्ड शूटर अशफाक की आईडी पर खरीदा गया था, सिम देने वाली महिला से पूछताछ

हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की गोली मारकर हत्या करने वाले फरार शूटर ने गुजरात के पते का आधार कार्ड की कॉपी देकर कानपुर के रेलबाजार से सिम खरीदा था। एसटीएफ ने सिम देने वाली कान्हा टेलीकॉम की महिला...

कमलेश मर्डरः सिम कार्ड शूटर अशफाक की आईडी पर खरीदा गया था, सिम देने वाली महिला से पूछताछ
हिन्दुस्तान टीम,कानपुरMon, 21 Oct 2019 06:57 AM
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हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की गोली मारकर हत्या करने वाले फरार शूटर ने गुजरात के पते का आधार कार्ड की कॉपी देकर कानपुर के रेलबाजार से सिम खरीदा था। एसटीएफ ने सिम देने वाली कान्हा टेलीकॉम की महिला संचालिका से लंबी पूछताछ की। इसमें 17 अक्तूबर को रात आठ बजे सिम लेने के बाद एक घंटे में चालू होने की पुष्टि हुई है। 

हिंदूवादी नेता की हत्या में गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ और कमलेश को किए गए फोन के नंबर की जांच के दौरान पता चला कि सिम कानपुर से खरीदा गया था। इस सूचना पर एसटीएफ सक्रिय हुई। एसटीएफ के मुताबिक 17 अक्तूबर को उद्योग कर्मी एक्सप्रेस से उतरकर हत्यारे रेलबाजार की तरफ गए थे। करीब आठ बजे पुष्कल पांडे के कान्हा टेलीकॉम पर पहुंचे। वहां आधार कार्ड की कॉपी और फोटो देकर सिम लिया। उसे मोबाइल कंपनी ने एक घंटे में चालू कर दिया। पुष्कल पांडे ने पूछताछ में यह स्वीकार किया। इस पर एसटीएफ ने पांडे से सिम लेने वाले की आईडी और फोटो मांगी तो दोनों चीजें अशफाक की निकलीं। इसे एसटीएफ ने जब्त करके लखनऊ भेज दिया है। एसटीएफ के मुताबिक प्राथमिक जांच में स्टोर संचालिका की भूमिका गड़बड़ नहीं मिली है। इसलिए आईडी व फोटो लेकर उसे छोड़ दिया गया है। 

चार लोग पैदल आए,  लखनऊ का रास्ता पूछा

पुष्कल पांडे ने एसटीएफ को बताया कि सिम लेने चार लोग पैदल आए थे। वे काफी जल्दी में थे। सिम लेने के बाद उन्होंने लखनऊ जाने का रास्ता और वाहन के बारे में भी जानकारी की। पुष्कल ने उनको झकरकटी बसअड्डे का रास्ता बताया तो टाटमिल की तरफ चले गए। एसटीएफ को संदेह है कि हत्यारोपित रोडवेज की बस से लखनऊ गए होंगे। पुष्कल के अनुसार, चारों की बोलचाल कानपुर या आस-पास की नहीं लग रही थी। 

स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज खंगाले

रविवार को एक बार फिर एसटीएफ की टीम सेंट्रल स्टेशन पहुंची। एसटीएफ को आशंका है कि हत्यारोपित कानपुर से बलसाड़ के बीच चलने वाली उद्योग कर्मी एक्सप्रेस से आए थे। इसको देखते हुए पुलिस घटना से चार दिन पहले के रिकॉर्ड देख रही है। सेंट्रल स्टेशन पर खास तौर से सूरत से कानपुर आने वाले यात्रियों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। घटना के पहले के सीसीटीवी फुटेज का मिलान देर रात तक जारी रहा। एसटीएफ ने स्टेशन और उसके आसपास के 12 स्थानों से सीसीटीवी फुटेज जुटाए हैं। मोबाइल स्टोर भी सेंट्रल स्टेशन से 800 मीटर के दायरे में है।  

पांचवें हत्यारोपित को तलाश रही एसटीएफ

मोबाइल स्टोर संचालिका पुष्कल पांडे ने एसटीएफ को बताया कि उनके स्टोर में चार लोग आए थे। तीन हत्यारोपित पकड़े जा चुके हैं। फरार अशफाक के बारे में भी जानकारी है। ऐसे में पांचवां व्यक्ति कौन और कहां है? उसका कनेक्शन लखनऊ और कानपुर का तो नहीं है? इस बारे में एसटीएफ पता लगाने की कोशिश करेगी। जल्द ही स्टोर संचालिका को चारों हत्यारोपितों के फुटेज दिखाए जाएंगे, जिनके बारे में जानकारी है। इससे पता यह पता चल सकेगा कि यही चारों हत्या स्टोर आए थे या कोई और था जो हत्याकांड के दौरान के फुटेज में नहीं है।

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