सीएम योगी बोले- उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहतर हुई, तभी बना निवेश का माहौल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को विधान परिषद में विपक्षियों पर जमकर हमलावर हुए। उन्होंने कहा कि यूपी निर्यात के नए हब के रूप में विकसित हो रहा है। एक्सप्रेस वे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति देने...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को विधान परिषद में विपक्षियों पर जमकर हमलावर हुए। उन्होंने कहा कि यूपी निर्यात के नए हब के रूप में विकसित हो रहा है। एक्सप्रेस वे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति देने का कार्य कर रहा है। पुलिस सुधार के साथ कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाया गया है, जिससे प्रदेश में निवेश का अच्छा माहौल बना है। इसी 24 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में कभी मात्र दो हवाई अड्डे हुआ करते थे, आज उससे कई गुना अधिक एयर कनेक्टीविटी का विकल्प मिला है। सपा सदस्यों की ओर से बार-बार की गई टोकाटाकी के बीच योगी ने जहां उन्हें संसदीय नियमों और परम्पराओं का हवाला देते हुए कड़े शब्दों में चेताया, वहीं अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाकर उन्हें चुप रहने की नसीहत भी दी।
सपा के कई सदस्यों द्वारा एक साथ टोके जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी अगर सुन लेंगे तो आपकी सारी आशंकाएं भी दूर कर दूंगा और आपके पेट की पीड़ा भी दूर कर दूंगा। यह भी कहा कि जो जिस भाषा में समझेगा, उसे उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा। इसपर सपा के सदस्य फिर से अपनी सीट पर खड़े होकर हंगामा करने लगे। सभापति के समझाने के बाद मुख्यमंत्री ने बात जारी रखते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित और कल्याण के लिए निरन्तर कार्य किया गया है। इस पर एक बार फिर से सपा की ओर से टोके जाने पर सीएम ने कहा कि जनता ने सबको मौका दिया। आप कुछ नहीं कर पाए तो अपनी खीज हम पर मत उतारिए। गमछा बांधकर अपने नेतृत्व से लड़िए क्योंकि आपकी इस दुर्दशा के जिम्मेदार आपका नेतृत्व भी है।
कॉन्ट्रैक्ट खेती से बदलेगा परिदृश्य
कॉन्ट्रैक्ट खेती का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल उगाने के लिए कॉन्ट्रैक्ट किया जाता है, खेत के लिए नहीं। खेत किसानों का ही रहेगा। प्रधानमंत्री ने कहा है कि कॉन्ट्रैक्ट खेती विकल्प है, बाध्यता नहीं। आज वन नेशन, वन मण्डी के तहत प्रदेश का किसान देश में कहीं भी अपना उत्पाद बेच सकता है। प्रदेश में पहले से कॉन्ट्रेक्ट खेती हो रही है। बुन्देलखण्ड में वैद्यनाथ कम्पनी किसानों से औषधीय खेती करा रही है। किसान खुश हैं। चन्दौली में काला धान उग रहा है तो बलिया में ख्याति प्राप्त गाजर का हलवा बनाने वाले रामरतन किसानों से कान्ट्रैक्ट कर गाजर पैदा करा रहे हैं। नए कृषि कानून ने सुविधा दी है कि किसान अपना उत्पाद कहीं भी बेच सकता है। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होने पर किसान को लाभ होगा। खुली प्रतिस्पर्धा से किसान के जीवन में आमूल-चूल परिवर्तन आएगा।