मर चुके बदमाश पर लगा दिया गैंगस्टर, घर से डेथ सर्टिफिकेट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेकर लौटी पुलिस, अब सीओ करेंगे जांच
डेढ़ साल पहले मरे चुके बदमाश पर गैंगस्टर लगाने की घटना के खुलासे के बाद पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया है। बदमाश की मौत की पुष्टि के लिए गुरुवार को गोला पुलिस उसके गांव भी गई थी। घरवालों ने मौत से...

डेढ़ साल पहले मरे चुके बदमाश पर गैंगस्टर लगाने की घटना के खुलासे के बाद पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया है। बदमाश की मौत की पुष्टि के लिए गुरुवार को गोला पुलिस उसके गांव भी गई थी। घरवालों ने मौत से जुड़े सारे सबूत दिए। जिसके बाद पुलिस लौटी और अफसरों को इसकी जानकारी दी। उधर, एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने इस मामले में काफी नाराजगी जताई और इसे गंभीर मानते हुए सीओ ऑफिस को जांच सौंप दी है। बताया जा रहा है कि तत्कालीन गोला इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने गैंगस्टर की रिपोर्ट भेजी थी।
दरअसल, गोला पुलिस ने तीन बदमाशों के खिलाफ 26 मई 2021 को गैंगस्टर की रिपोर्ट भेजी थी। तत्कालीन इंस्पेक्टर संतोष कुमार की तरफ से भेजी गई रिपोर्ट में 2016 में लूट के मामले में जेल जा चुके बड़हलगंज थाना क्षेत्र के फड़सार गांव के राजेश यादव और उरूवा के मनीष यादव और राहुल यादव नाम भेजा गया था। इसमें मनीष यादव यादव को गैंग लीडर तो राजेश यादव और राहुल यादव को सक्रिय सदस्य बताया गया था। डीएम के यहां से यह फाइल जुलाई के पहले सप्ताह में गोला थाने पर पहुंची थी। इससे पहले तीन जुलाई को संतोष कुमार को बदमाशों के सत्यापन में लापरवाही के मामले में तत्कालीन एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने निलम्बित कर दिया था।
नए थानेदार सुबोध कुमार ने अनुमोदित फाइल के हिसाब से तहरीर देकर केस दर्ज कराया और तीनों बदमाशों की तलाश शुरू हो गई। 24 जुलाई को पुलिस ने गैंग लीडर मनीष यादव को पकड़ लिया उसे जेल भेजवा दिया। वहीं राजेश यादव और राहुल यादव की तलाश जारी रही। पिछले सप्ताह जब गोला पुलिस राजेश यादव के घर पहुंची तब पता चला कि उसकी तो 26 नवम्बर 2019 में देवरिया के बनकटा थाना क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मामले को दबाने की कोशिश शुरू हो गई। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने 16 सितंबर के अंक में इसका खुलासा किया तो पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया।
पहले लुटेरा बनाया, जब हत्या हुई तो गैंगस्टर लगाया
राजेश यादव के छोटे भाई राजन यादव ने कहा कि गोला पुलिस ने पहले मेरे भाई को लूट के फर्जी आरोप में जेल भेज दिया। अब जब मेरे भाई की हत्या हो चुकी है तब उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई कर दी। इससे यहसमझा जा सकता है कि पुलिस किस तरह काम करती और कैसे लोगों को फंसाती है। राजन ने बताया कि मेरा भाई राजेश यादव देवरिया में शराब के भठ्ठी पर मुनीम था। 26 नवंबर 2019 की रात उसकी हत्या कर दी गयी थी। राजन ने बताया कि नोटबन्दी के समय मेरा भाई कपरवार में शराब भठ्ठी पर मुंशी का काम करता था।
उस समय शराब मालिक के 13 लाख रुपये की लूट हुई थी। कपरवार में शराब पीने गोला के मनीष और राहुल यादव के आने-जाने से उसका परिचय हुआ था। गोला पुलिस ने परिचय के आधार पर मेरे भाई को भी लूट का मुल्जिम बना दिया था।
मृत प्रमाणपत्र, पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेकर आई पुलिस
मृतक पर गैंगस्टर लगाने की खबर सामने आने के बाद गोला पुलिस गुरुवार को एक बार फिर बड़हलगंज के फड़सार गांव में राजेश यादव के बारे में जानकारी करने गई। पुलिसवाले राजेश यादव का मृत प्रमाणपत्र, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोटो लेकर लौट आए और इसकी रिपोर्ट अधिकारियों को दी।
आरोपित पकड़े गए और चार्जशीट भी लग गई
बड़हलगंज थानाक्षेत्र के फड़सा गांव निवासी राजेश यादव की 26 नवम्बर 2019 की रात में दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। देवरिया जिले के बनकटा थाना क्षेत्र स्थित ताली मठिया में वह देशी शराब की दुकान के मुनीम की नौकरी करता था। शराब की दुकान पर ही बदमाशों ने उसकी हत्या की थी। जनवरी 2020 में पुलिस ने हत्या में शामिल दोनों आरोपितों को जेल भेजवा दिया। इस मामले में चार्जशीट भी लग गई है।
मृतक व्यक्ति पर गैंगस्टर लगाना गंभीर है। इसमें किसकी लापरवाही है, इसके लिए सीओ ऑफिस को मैंने जांच सौंपी है। जांच कर संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. विपिन कुमार ताडा, एसएसपी
