आईआईटी वैज्ञानिक का दावा, ओमिक्रॉन वेरिएंट से देश में कोरोना की तीसरी लहर तय
दुनियाभर में खतरा बना कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन भारत में तय रूप से तीसरी लहर लाएगा। आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक व पहली, दूसरी लहर में अपने गणितीय मॉडल सूत्र के माध्यम से संक्रमण का आकलन...
इस खबर को सुनें
दुनियाभर में खतरा बना कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन भारत में तय रूप से तीसरी लहर लाएगा। आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक व पहली, दूसरी लहर में अपने गणितीय मॉडल सूत्र के माध्यम से संक्रमण का आकलन करने वाले प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने यह दावा किया। उन्होंने कहा, कोविड एक बार फिर दस्तक दे रहा है। साउथ अफ्रीका में ओमिक्रॉन के कहर के बाद पूरे विश्व में केस बढ़ने लगे हैं। प्रो. अग्रवाल ने कहा कि हालांकि थर्ड वेव कब आएगी, यह स्टडी के बाद ही पता चल सकेगा। अध्ययन जल्द ही शुरू किया जाएगा। यह दूसरी की अपेक्षा कम घातक होगी। उनका मानना है कि जिस तरह से संक्रमण फैल रहा है जल्द ही भारत में भी केसों में तेजी आएगी।
देश के सभी प्रदेशों पर रखेंगे नजर
प्रो. अग्रवाल के मुताबिक अपनी स्टडी में साउथ अफ्रीका के डाटा को शामिल करेंगे। उसी के आधार पर ही रिपोर्ट बनाएंगे। उन्होंने कहा, रिपोर्ट बनने में कम से कम 10 दिन का समय लगेगा। उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी प्रदेशों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
लोगों की इम्युनिटी अच्छी, असर होगा कम
प्रो. अग्रवाल के मुताबिक इंडिया के लोगों में सेल्फ इम्युनिटी डेवलप हो गई है। अभी उनकी नेचुरल इम्युनिटी सिस्टम भी मजबूत हो गया है। इसलिए उम्मीद है कि कोरोना वायरस का यह नया वेरिएंट भी ज्यादा असरदार नहीं होगा।
पुस्तक का योगी ने किया था विमोचन
प्रो. अग्रवाल ने कोरोना संक्रमण को लेकर पुस्तक लिखी है। जिसमें उन्होंने यूपी सरकार के प्रयासों के बारे में जानकारी दी है। इस पुस्तक का विमोचन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था।
मॉडल के अनुसार चढ़ा पीक व उतार
वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में मॉडल के आकलन के आधार पर मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पीक व उतार के समय की भविष्यवाणी की थी। यह दावा लगभग सही साबित हुआ था। सिर्फ कानपुर या उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि कई प्रदेशों में वायरस को लेकर आकलन लगभग ठीक साबित हुआ था।