13 बार जेल जा चुका हूं, एक बार और सही, फर्जी एस्कॉर्ट बनकर वसूली करने वाले गैंग के सरगना ने पुलिस को दिखाए तेवर
यूपी में अपराधियों का हौसला कितना बढ़ गया है इसका उदाहरण कानपुर में देखने को मिला है। यहां लुटेरे गैंग के सरगना ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को ही सीधे चुनौती दे दी। उसकी बातें सुनकर हर कोई हैरान रह गया।

इस खबर को सुनें
यूपी में अपराधियों का हौसला कितना बढ़ गया है इसका उदाहरण कानपुर में देखने को मिला है। यहां पुलिस ने ट्रेनों में लूटपाट करने और फर्जी एस्कार्ट बनकर चेकिंग के नाम पर वसूली करने वाले गैंग को पकड़ा है। इस गैंग के सरगना ने पुलिस को सीधे चुनौती दे दी। पहले तो उसे छोड़ने को कहा। फिर बोला कि 13 बार जेल जा चुका हूं, नहीं छोड़ेंगे तो एक बार और जेल चला जाऊंगा। उसके तेवर देखकर जीआरपी थाने में तैनात पुलिसकर्मी भी हैरान नजर आए।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जीआरपी ने पांच लुटेरों को धर दबोचा था। ये लुटेरे पुलिस की वर्दी पहनकर ट्रेनों और प्लेटफार्मों पर चेकिंग का झांसा देते थे। यात्रियों का सामान चेक करने के दौरान कीमती चीजें लूटकर भाग जाते थे। इसकी शिकायत लंबे समय से पुलिस को मिल रही थी। मुखबीर से मिली सटीक सूचना के बाद पुलिस ने सरगना समेत पूरे गैंग को पकड़ा है। इनके पास से पुलिस ने लूट के सामान के साथ ही पुलिस ड्रेस और अन्य चीजें भी बरामद की हैं।
जीआरपी प्रभारी आरके द्विवेदी ने बताया कि गिरफ्तार लुटेरों में दरियापुर सुल्तानपुर निवासी निजाम कुरैशी, भेलूपुर वाराणसी निवासी संतोष पांडेय, हरबंशमोहाल कानपुर नगर निवासी जुगल किशोर विश्वकर्मा, आरा रोड विक्रमगंज रोहतास बिहार निवासी सुशील सिंह, लेढूपुर सारनाथ वाराणसी निवासी सुरेश सिंह शामिल है। इनके पास से ब्लेड, नगदी, मोबाइल और अन्य सामान मिला है।
पुलिस अभी इन्हें जेल भेजने की तैयारी कर रही थी तो उसी दौरान सरगना संतोष पांडेय ने जीआरपी प्रभारी आरके द्विवेदी और दरोगा अब्बास हैदर से उसे छोड़ने के लिए कहा। यहीं नहीं, उसने यह भी कहा कि नहीं छोड़ते हैं तो कोई बात नहीं। इसके पहले भी 13 बार जेल जा चुका हूं, एक बार और सही। लुटेरे के तेवर और बातें सुनकर पुलिस वाले हैरान रह गए।