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सुसाइड: बच्चे रोते रहे, एक ही कुंदे से फंदे पर झूले पति-पत्नी

अछनेरा के गांव हंसेला में रविवार की रात पति-पत्नी ने एक ही कुंडे से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मासूम बच्चे के रोने की आवाज सुनकर दादी की नींद खुली। कमरे में बेटे-बहू को फंदे पर लटका देख पैरों...

सुसाइड: बच्चे रोते रहे, एक ही कुंदे से फंदे पर झूले पति-पत्नी
हिन्दुस्तान संवाद, अछनेरा(आगरा)। Tue, 23 Jul 2019 10:24 AM
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अछनेरा के गांव हंसेला में रविवार की रात पति-पत्नी ने एक ही कुंडे से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मासूम बच्चे के रोने की आवाज सुनकर दादी की नींद खुली। कमरे में बेटे-बहू को फंदे पर लटका देख पैरों तले जमीन सरक गई। सूचना पर पहुंचे मायके वालों ने बवाल कर दिया। ससुर को पीट दिया। हंगामा किया। पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को संभाला।

सामूहिक आत्महत्या की जानकारी रात करीब दो बजे हुई। कमरे से बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी। मां मीरादेवी की नींद खुल गई। वह कमरे में पहुंची। बेटा दीवान सिंह व बहू लाडो उर्फ प्रेमवती के शव फंदे पर लटके थे। गले में साड़ी का फंदा था। एक ही कुंडे से दोनों लटके हुए थे। यह देख उनकी चीख निकल पड़ी। शोर मचाया। ग्रामीण आ गए। दोनों के शव यह सोचकर नीचे उतारे कि शायद जिंदा हों। पुलिस को सूचना दी। बेटी-दामाद की मौत की खबर से कुम्हेर, भरतपुर (राजस्थान) से विवाहिता के मायके वाले आ गए। वे आत्महत्या की बात मानने को तैयार नहीं थे। उनका आरोप था कि दोनों की हत्या की गई है। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। ससुर किशन सिंह के साथ मारपीट कर दी। पुलिस ने जैसे-तैसे स्थिति को संभाला।

मजदूरी से पूरे नहीं हो रहे थे खर्चे
पुलिस ने बताया कि दीवान सिंह 12 वीं पास था। वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। उसका मकसद नौकरी करना था। हालात ऐसे बने कि तीन साल पहले उसकी शादी हो गई। 11 माह का बेटा है। आए दिन पति-पत्नी में खर्चों को लेकर झगड़ा हुआ करता था। वह मजदूरी करके जितना कमाता था,उससे घर का खर्चा नहीं चल पा रहा था।

देवर के साथ हुई थी शादी
ग्रामीणों ने बताया कि किशन सिंह के तीन बेटे थे। श्यामवीर, रनवीर और दीवान सिंह। 2007 में श्यामवीर और रनवीर की शादी सगी बहन मंजू और लाडो के साथ हुई थी। लाडो उस समय छोटी थी। गौना नहीं हुआ था। वह मायके में ही रहती थी। चार साल पहले रनवीर ने जंगल में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। लाडो उस समय तक विदा नहीं हुई थी। बाद में परिजनों ने उसकी शादी छोटे बेटे दीवान से करा दी। दीवान उस समय शादी को तैयार नहीं था। वह नौकरी की तैयारी कर रहा था। घरवालों की जिद के आगे उसकी एक नहीं चली। 

चार दिन पहले किया था प्रयास
पुलिस को छानबीन में पता चला कि चार दिन पहले लाडो ने आत्महत्या का प्रयास किया था। उस समय पति दीवान सिंह ने उसे जैसे-तैसे रोक लिया था। उसे समझाया था। कहा था कि अभी आमदनी कम है। इसलिए कम पैसे में खर्चा चलाए। वह पढ़ाई कर रहा है। नौकरी मिलेगी, तो दिन भी सुधर जाएंगे। फिलहाल वह उसकी सभी इच्छाएं पूरी नहीं कर सकता है। पुलिस आशंका जता रही है कि लाडो और दीवान सिंह के बीच झगड़ा हुआ होगा। गुस्से में दोनों एक साथ फंदे पर लटक गए। प्रारंभिक जांच में पुलिस को यह मामला हत्या का नहीं लग रहा है।

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