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हिजबुल ने कमरुज्जमां को दिया था यूपी में आतंकी हमले करने का टारगेट

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कानपुर से गिरफ्तार हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुज्जमां और उसके फरार साथी ओसामा बिन जावेद के खिलाफ सोमवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया। एनआईए ने इसमें कहा है...

हिजबुल ने कमरुज्जमां को दिया था यूपी में आतंकी हमले करने का टारगेट
प्रमुख संवाददाता , लखनऊ।Mon, 11 Mar 2019 08:27 PM
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राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कानपुर से गिरफ्तार हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुज्जमां और उसके फरार साथी ओसामा बिन जावेद के खिलाफ सोमवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया। एनआईए ने इसमें कहा है कि दोनों अभियुक्तों ने हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने के बाद जम्मू-कश्मीर के जंगलों में 9 महीनों तक हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली थी। दोनों को यूपी व असम में आतंकी हमले करने का टारगेट दिया गया था। 

कमरुज्जमां उर्फ डॉ. हुरैरा को प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने 12 सितंबर 2018 को कानपुर नगर पुलिस के साथ मिलकर गिरफ्तार किया था। एनआईए से मिली खुफिया सूचना के आधार पर उसे कानपुर नगर के चकेरी थाना क्षेत्र स्थित शिव नगर से धरा गया था। वह गणेशोत्सव के दौरान कानपुर में किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहा था। गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने बताया था कि मूल रूप से असम प्रांत के हजोई जिले का निवासी कमरुज्जमां अपना नाम बदलकर सोशल मीडिया पर सक्रिय था। अप्रैल 2018 में उसने एके 47 लिए हुए अपनी फोटो सोशल मीडिया पर डाली, जिससे वह सुर्खियों में आया। यह फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी। उसने अपना नाम डॉ. हुरैरा पोस्ट किया था, उसका एक नाम कमरुद्दीन भी है। सोशल मीडिया पर यह फोटो वायरल होने के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां उसे तलाश रही थीं। उसकी गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने अपने लखनऊ थाने में कमरुज्जमां एवं अन्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था, जो 24 सितंबर 2018 को एनआईए को स्थानान्तरित हो गया। 

सहयोगी आतंकियों की तलाश जारी
एनआईए ने सोमवार को एनआईए स्पेशल कोर्ट लखनऊ में दायर चार्जशीट में कमरुज्जमां के अलावा जम्मू-कश्मीर के दक्षिण किश्तवाड़ जिले के ओसामा बिन जावेद को भी आरोपी बनाया है। जावेद अभी गिरफ्त में नहीं आया है। अपनी विवेचना के आधार पर एनआईए ने कहा है कि कमरुज्जमां व जावेद ने हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने के बाद जून 2017 से लेकर मार्च 2018 तक जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में ट्रेनिंग ली। हिजबुल के दो आतंकियों मो. आमीन उर्फ जहांगीर और हजारी उर्फ रियाज अहमद ने उन्हें ट्रेनिंग दी।

ट्रेनिंग के बाद कमरुज्जमां को यूपी व असम में आतंकी हमले करने का टारगेट दिया गया। इस बीच हिजबुल के कुख्यात आतंकी मन्नान वानी ने अपने फेसबुक वाल पर कमरुज्जमां की एके-47 के साथ फोटो पोस्ट कर दी। इससे वह सुर्खियों में आ गया और गिरफ्तारी से बचने के लिए बांग्लादेश में पनाह ले ली। इस बीच वह जावेद और कश्मीर के हिजबुल कमांडर रियाज नायकू के संपर्क में बना रहा। अगस्त 2018 में वह वापस भारत आया और कुछ दिनों तक असम में छिपकर रहा। जावेद और रियाज नायकू के निर्देश पर 25 अगस्त 2018 को वह कानपुर आ गया, जहां वह आतंकी हमलों के लिए हथियार व विस्फोटक जुटाने में लग गया। एनआईए ने फरार चल रहे जहांगीर, हजारी और अन्य को भी तलाश करने की बात कही है। 
 

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