Hindustan Special: छात्राओं को आत्मनिर्भरता का भी पाठ पढ़ा रहीं मैडम, घर-घर जाकर करती हैं प्रेरित
Hindustan Special: प्रयागराज जिले में बहरिया विकास खंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय हैदरा की शिक्षिका अर्चना मिश्रा स्कूली छात्राओं को पढ़ाने के साथ ही छात्राओं और महिलाओं को स्वावलंबी भी बना रही हैं।

प्रयागराज जिले में बहरिया विकास खंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय हैदरा की शिक्षिका अर्चना मिश्रा स्कूली छात्राओं को पढ़ाने के साथ ही छात्राओं और ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी भी बना रही हैं। पिछले 23 वर्षों से परिषदीय विद्यालय में पढ़ा रहीं शिक्षिका अर्चना से सीखकर कई छात्राएं और महिलाएं आज ग्रामीण अंचल में टेलरिंग और ब्यूटी पार्लर का काम कर आजीविका चला रही हैं।
उनकी छात्रा नजमा घर पर ही रहकर सिलाई-कढ़ाई से जीवन यापन कर रही हैं तो एक अन्य छात्रा तूबा सिकंदरा इलाके में ब्यूटी पार्लर और बुटीक खोलकर अपने पैरों पर खड़ी है। स्मिता न सिर्फ घर पर रहकर सिलाई के जरिए आमदनी कर रही हैं बल्कि आगे उच्च शिक्षा भी ग्रहण कर रही हैं। एक छात्रा दिव्या की मां मालती देवी ने विद्यालय में सिलाई सीखी और आज की तारीख में आत्मनिर्भर हैं।
अर्चना मिश्रा न सिर्फ छात्राओं को स्कूल में सिलाई-कढ़ाई सिखाती हैं बल्कि आवश्यकता के अनुसार ब्यूटी पार्लर कोर्स करने के लिए आर्थिक सहायता भी करती हैं। बकौल अर्चना-'ग्रामीण परिवेश में बच्चियों के समक्ष कई प्रकार की चुनौतियां होती है। जरूरी नहीं कि हर छात्रा पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी ही पा जाए। मुझे लगा कि कुछ हुनर सीख लें तो इन बालिकाओं को जीवन में आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।'
घर-घर जाकर अभिभावकों को किया प्रेरित
दो दशक पहले अर्चना मिश्रा ने जब परिषदीय स्कूल में पढ़ाना शुरू किया तो लोगों में बालिका शिक्षा के प्रति उदासीनता थी। उन्होंने घर-घर जाकर अभिभावकों से संपर्क किया और बालिकाओं को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया। अर्चना मिश्रा से प्रशिक्षण पाने के बाद बालिकाएं आत्मनिर्भर बनीं तो ग्रामीण भी उनके प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। आज की तारीख में अभिभावक स्वयं उनसे संपर्क करते हैं।
