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विश्व गुरु बनना है तो तकनीकी क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ना होगा: प्रौद्योगिकी शिक्षा राज्यमंत्री

प्रौद्योगिकी शिक्षा राज्यमंत्री संदीप कुमार सिंह ने कहा कि कहा कि उच्च शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान और रोजगार प्राप्त करना नहीं बल्कि दुनिया में अपना अमूल्य योगदान देना है। प्राद्योगिकी को और विकसित करने...

विश्व गुरु बनना है तो तकनीकी क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ना होगा: प्रौद्योगिकी शिक्षा राज्यमंत्री
वरिष्‍ठ संवाददाता ,गोरखपुर Tue, 09 Feb 2021 06:03 PM
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प्रौद्योगिकी शिक्षा राज्यमंत्री संदीप कुमार सिंह ने कहा कि कहा कि उच्च शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान और रोजगार प्राप्त करना नहीं बल्कि दुनिया में अपना अमूल्य योगदान देना है। प्राद्योगिकी को और विकसित करने में अपनी ऊर्जा लगाएं। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो तकनीकी में उन्नत होगा, वही दुनिया पर राज करेगा। आज पूरी दुनिया तकनीकी पर आधारित हो गई है। विकसित भारत के सपनों को पूरा करना है या विश्व गुरु बनना है तो प्रौद्योगिकी क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ना होगा। यह जिम्मेदारी विद्यार्थियों के साथ गुरुजनों की भी है। 

उन्होंने कहा कि पूर्वांचल की प्रतिभा को निखारने और विश्वविद्यालय के देश के महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सजग रहना होगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले दिनों में कुलाधिपति और मुख्यमंत्री के निर्देशन में प्रशिक्षण कार्य विश्वविद्यालय तकनीकी विश्वविद्यालय विश्व विख्यात बनेगा। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत के गुरु शिष्य परंपरा दीक्षांत समारोह गुरुजनों एवं शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण होता है। छात्रों के लिए भावनात्मक समारोह में उपस्थित होकर उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को उनके जीवन के लिए उनके महत्वपूर्ण भावनात्मक क्षण के लिए बधाई देता हूं। मुझे आप सबके बीच आकर इस कार्यक्रम का हिस्सा होने का सौभाग्य मिला, पूरे विस्वद्यालय परिवार की ओर से अपनी ओर से हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करता हूं। छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।

16 को गोल्ड मेडल, 1191 को मिली उपाधि
समारोह में कुल 1191 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। उपाधि पाने वाले विद्यार्थियों में बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के 159 छात्र, बीटेक कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग के 150 छात्र, बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के 161 छात्र, बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के 150 छात्र, बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के 144 छात्र, और बीटेक केमिकल इंजीनियरिंग के 69 छात्र (कुल 833 बीटेक छात्र) शामिल हैं। समारोह के दौरान बीटेक के अतिरिक्त, 203 छात्रों को एमटेक, 58 छात्रों को एमबीए, 59 छात्रों को एमसीए, 23 छात्रों को एमएससी (भौतिकी), और 15 छात्रों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। विवि ने इस पहली बार केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक एवं भौतिकी में एमएससी की उपाधि प्रदान की। उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में 859 छात्र जबकि 332 छात्राएं शामिल हैं।
 

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