यूपी पंचायत चुनाव में हाथरस जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद को यदि छोड़ दिया जाए तो जनपद की त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आधी आबादी का 2450 सीटों पर प्रतिनिधित्व होगा। जिले के पंचायती राज कुल 6874 पदों में 2450 पद महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगे। इनमें एससी के 768, बीसी के 666 पद हैं।
जनपद के सात ब्लॉकों में सासनी क्षेत्र में सर्वाधिक 28 महिलाएं प्रधान बनेंगी। सबसे कम सहपऊ व सिकंदराराऊ में 17-17 महिलाओं के हाथों में ग्राम पंचायत की कमान होगी। मुरसान में 27 ग्राम पंचायतों के प्रधान पद पर महिलाएं आसीन होंगी। हाथरस में 24, हसायन में 23 व सादाबाद में 20 महिलाओं का प्रधान बनना तय है। जनपद में जिला पंचायत सदस्य के 24 पदों में से आठ पदों पर महिला उम्मीदवार ही भाग्य आजमा सकेंगी। इनमें एससी व बीसी के दो-दो पद हैं। चार पद महिलाओं के लिए अनारक्षित हैं। जिला पंचायत में कम से कम आठ महिलाएं सदस्य के रूप में पहुंच सकेंगी।
जनपद में सात विकास खण्ड हैं। इनमें एससी व बीसी के लिए एक-एक पद आरक्षित है। आरक्षण की अनंतिम सूची के अनुसार जिले में सात ब्लॉकों में तीन महिलाएं निश्चित तौर पर ब्लॉक प्रमुख की कमान संभालेंगी।जिले में कुल ग्राम पंचायत 463 ग्राम पंचायत हैं। इनमें एससी वर्ग की महिला के लिए 39, बीसी महिला वर्ग के लिए 44 सीटें आरक्षित हैं। 156 महिलाओं का प्रधान बनना तय है। क्षेत्र पंचायत सदस्य के 599 पदों में से 54 पदों पर अनुसूचित जाति की महिला चुनी जा सकेगी। 56 पद पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। कुल 202 पदों पर महिलाएं क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ेंगी। ग्राम पंचायत सदस्य के चुनाव में यहां 5781 पदों पर चुनाव होना है। इनमें से महिलाओं के लिए कुल 2081 पद आरक्षित हैं। इनमें एससी वर्ग की महिला के लिए 672, 563 बीसी व आनरक्षित वर्ग की महिला उम्मीदवार के लिए 846 पद हैं।