ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशमेरठ से दिल्ली तक बनाया गया ग्रीन कॉरिडोर, 89 मिनट में पहुंची एंबुलेंस, आज होगा किडनी ट्रांसप्लांट

मेरठ से दिल्ली तक बनाया गया ग्रीन कॉरिडोर, 89 मिनट में पहुंची एंबुलेंस, आज होगा किडनी ट्रांसप्लांट

गुर्दा (किडनी) रोग से जूझ रहे मरीज की जान बचाने के लिए सोमवार को मेरठ से दिल्ली के रोहिणी तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। न्यूटीमा अस्पताल से मरीज और डोनर दोनों का सैंपल लेकर सुबह 4:43 बजे एंबुलेंस रवाना...

मेरठ से दिल्ली तक बनाया गया ग्रीन कॉरिडोर, 89 मिनट में पहुंची एंबुलेंस, आज होगा किडनी ट्रांसप्लांट
संवाददाता , मेरठTue, 28 Sep 2021 11:11 AM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

गुर्दा (किडनी) रोग से जूझ रहे मरीज की जान बचाने के लिए सोमवार को मेरठ से दिल्ली के रोहिणी तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। न्यूटीमा अस्पताल से मरीज और डोनर दोनों का सैंपल लेकर सुबह 4:43 बजे एंबुलेंस रवाना हुई। दुहाई, राजनगर, भोजपुर, सिग्नेचर ब्रिज से मुखर्जी नगर होती हुई 89 मिनट में एंबुलेंस रोहिणी लैब पहुंच गई। समय से सैंपल पहुंचने से सोमवार को देर शाम तक इसकी जांच रिपोर्ट आ गई। अब मंगलवार को यानि आज सुबह मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट शुरू कर दिया जाएगा।  

मेरठ के न्यूटीमा अस्पताल में एक मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट होना है। इसमें मरीज और डोनर दोनों अलग ब्लड ग्रुप के हैं। इस तरह के किडनी ट्रांसप्लांट का न्यूटीमा अस्पताल में यह पहला ऑपरेशन होगा। इससे पहले दोनों मरीजों के सैंपल की जांच जरूरी थी। दिल्ली की रोहिणी स्थित लैब में इसकी सुविधा है। ऐसे में दो घंटे के भीतर सैंपल को रोहिणी तक पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरीडोर बनाया गया, ताकि किसी भी तरह के व्यवधान से बचा जा सके।

आज चार घंटे लंबा ऑपरेशन
दोनों मरीजों की सैंपल रिपोर्ट सोमवार को देर शाम मिल गई। रिपोर्ट सामान्य आई है और अब न्यूटीमा में किडनी प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. संदीप गर्ग, डॉ.शालीन शर्मा की टीम ने महिला मरीज के ऑपरेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आज मंगलवार को सुबह 6:30 बजे किडनी ट्रांसप्लांट प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह ऑपरेशन चार घंटे तक चलेगा। 

दो राज्य की पुलिस रही तैनात 
48 साल की महिला मरीज की जिंदगी बचाने के लिए मेरठ से रोहिणी लैब तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। सैंपल को समय से पहुंचने के लिए दो राज्य के तीन सौ से ज्यादा जवान इस कार्य में ड्यूटी पर रहे। एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने पूरे प्रक्रिया पर नजर बनाए रखा।

पहले खराब हो गया था सैंपल 
48 साल की महिला मरीज हापुड़ जिले की है, जिसके पति शिक्षक हैं। महिला की 22 साल की बेटी अपनी मां के लिए किडनी डोनेट करेगी। इससे पहले सैंपल जांच को भेजा गया जो ढाई से तीन घंटे में पहुंचा। जांच में देरी की वजह से जांच नहीं हो पाई थी। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें