गोरखपुर के रेलवे अस्पताल का पब्लिक टॉयलेट पर राजनीति शुरू हो गई है । दरअसल टॉयलेट की दीवारों पर लाल और हरे रंग के टाइल्स लगाए गए हैं। यह बिल्कुल समाजवादी पार्टी के झंडे के रंग का है। टॉयलेट का रंग देखकर समाजवादी पार्टी ने विरोध दर्ज कराया है।
समाजवादी पार्टी ने इस टॉयलेट की फोटो ट्वीट की है। समाजवादी पार्टी ने लिखा कि दूषित सोच रखने वाले सत्ताधीशों द्वारा राजनीतिक द्वेष के चलते गोरखपुर रेलवे अस्पताल में शौचालय की दीवारों को सपा के रंग में रंगना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना!एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी के ध्वज के रंगो का अपमान घोर निंदनीय। संज्ञान ले हो कार्रवाई, तत्काल बदला जाए रंग।
समाजवादी पार्टी ने इसे लेकर ट्विटर पर रेल मंत्री पीयूष गोयल और रेल मंत्रालय से भी शिकायत की है। फिलहाल किसी की ओर से इस आरोप पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। और न ही दीवरों का रंग बदलने की कार्रवाई ही की गई है। लेकिन सपा के आरोपों के बाद ट्विटर पर भी इन रंगों के प्रयोग को लेकर काफी चर्चा हो रही है।
दूषित सोच रखने वाले सत्ताधीशों द्वारा राजनीतिक द्वेष के चलते गोरखपुर रेलवे अस्पताल में शौचालय की दीवारों को सपा के रंग में रंगना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना!
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 29, 2020
एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी के ध्वज के रंगो का अपमान घोर निंदनीय।
संज्ञान ले हो कार्रवाई, तत्काल बदला जाए रंग। pic.twitter.com/AE28tJ8Wvo
सपा के ट्वीट पर पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि टाइल्स को लगाने का उद्देश्य बेहतर साफ सफाई सुनिश्चित करना है। इसका किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है। आइए मिलकर स्वच्छ भारत मिशन में सहयोग करें। सीपीआरओ ने कहा कि ये टाइल्स स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत काफी पहले लगाई गई थीं। इसका किसी राजनीतिक दल या राजनीति से कोई सम्बन्ध नहीं।