जयंत चौधरी के मंच पर गहलोत, पायलट और सतपाल मलिक, मिशन 2024 की तैयारी या कुछ और?
जयंत चौधरी ने भरतपुर में किसान सभा का आयोजन किया। इसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट के साथ ही पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, सपा नेता धर्मेंद्र भी शामिल हुए।

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पूर्व प्रधानमंत्री चौ.चरण सिंह की जयंती के बहाने खतौली से चली सियासी हवा राजस्थान पहुंच गई। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने राजस्थान के भरतपुर में किसान सभा का आयोजन किया। इस किसान सभा में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट के साथ ही पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी शामिल हुए।
मेरठ समेत आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में रालोद नेता भरतपुर के किसान सभा में शामिल होने पहुंचे। रालोद नेताओं के अनुसार भाजपा से खतौली सीट छीनने से पार्टी काफी उत्साहित है। राजस्थान सरकार में रालोद की पहले से भागीदारी है। इस कारण आगामी राजस्थान विधानसभा के चुनाव में भी रालोद मजबूती से भागीदारी करेगी। किसान सभा के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की गई।
हालांकि रैली को मिशन 2024 की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। किसान सभा में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता सचिन पायलट, पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और सपा के वरिष्ठ नेता धर्मेन्द्र यादव ने मंच साझा कर किसानों, युवाओं को संदेश देने की कोशिश की।
यह संदेश आने वाले चुनावों में रालोद या कांग्रेस के लिए कितना फायदेमंद होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा। अगले हफ्ते राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा यूपी आ रही है। राहुल की यात्रा रालोद के प्रभाव वाले पश्चिमी यूपी से ही प्रवेश करने वाली है। इसके लिए जोरशोर से तैयारियां हो रही हैं। माना जा रहा है कि रालोद के साथ ही सपा का भी यात्रा को सहयोग मिलेगा। ऐसे में मिशन 2024 से पहले राजस्थान में होने वाले चुनाव में बीजेपी पर मनोवैज्ञानिक दबाब बनाया जा सकता है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में अहम फैसले ले रही है और किसानों को समर्पित योजनाएं चलाई रही हैं। इनसे राजस्थान के किसानों को आर्थिक संबल मिलने के साथ ही उनका जीवन खुशहाल हुआ है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट का गहलोत से सामना तो नहीं हुआ लेकिन मंच से उन्होंने कहा कि जो वर्ग आज भी वंचित है जिस वर्ग को सभी की सहायता की जरूरत है, किसान वर्ग जो जमीन में मेहनत कर अनाज पैदा करता है, उसकी सहायता सहयोग करने के लिए सभी को सामने आना होगा।
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि किसानों की मेहनत का सम्मान होना चाहिए। उनके लिए हमेशा संभावनाओं का सागर खुला रहे। उन्होंने देश में सामाजिक बराबरी आयोग के गठन का आह्वान किया। प्राइवेट सेक्टर में भी गांव-देहात के बच्चों को नौकरियां मिलें ,यह सुनिश्चित करना होगा। सभा में आगरा-अलीगढ़ मंडल के साथ ही राजस्थान के कई जिलों से भी किसान पहुंचे।
रैली से जाटों पर निशाना
भरतपुर से सटे मथुरा और आगरा में रालोद का बड़ा जनाधार है। आगरा की किरावली को कभी मिनी छपरौली के नाम से जाना जाता था। वहीं वर्ष 2009 में रालोद के महासचिव रहे जयंत चौधरी को 15वीं लोकसभा के चुनावों में मथुरा से सांसद चुना गया था। हालांकि 2014 में उन्हें प्रसिद्ध अभिनेत्री हेमामालिनी से हार मिली थी। पायलट परिवार की राजनीति का भी भरतपुर केंद्र रहा है। सचिन के पिता राजेश पायलट ने पहला चुनाव यहीं से लड़ा था। ऐसे में जातीय समीकरणों के साथ विपक्षी दलों की लामबंदी भी आयोजन के केंद्र में रही।
