Super app trial: रेलवे ने अपने बहुप्रतीक्षित सुपर एप के ट्रायल की जिम्मेदारी एनईआर समेत चार जोन को सौंपी है। ट्रायल सफल होने के बाद इसे सभी रेलवे में लागू किया जाएगा। इस एप की खासियत यह है कि इसके डाउनलोन करने के बाद यात्रियों को रेलवे की अलग-अलग सेवाओं के लिए कई तरह के एप डाउनलोड करने से मुक्ति मिल जाएगी। रेलवे बोर्ड ने आठ जुलाई को इस संदर्भ में पत्र के साथ लिंक भी जारी कर दिया है।
दरअसल, रेलवे में टिकट बुकिंग, पीएनआर स्टेटस चेक और ट्रेन ट्रैकिंग, फूड डिलिवरी आदि सेवाओं के लिए अलग-अलग एप होने से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उनकी सहूलियत के लिए रेलवे एक ऐसा सुपर एप विकसित कर रहा है जो तकनीकी रूप से काफी एडवांस होगा और रेलवे की सभी 20 सेवाएं इस एप के अंदर समाहित होंगी।
चारों रेलवे को भेजा गया ट्रायल लिंक
रेलवे बोर्ड एनईआर, एनआर, एनडब्ल्यूआर और एनसीआर को ट्रायल के लिए लिंक भेज दिया है। अब लिंक के जरिए चारों रेलवे उसकी सेवााओं को बारीकी से परखेंगे और उसकी रिपोर्ट बोर्ड को भेजेंगे। ट्रायल सफल होने के बाद इसे सभी रेलवे में लागू किया जाएगा। इस सुपर एप के लांच हो जाने के बाद मोबाइल में विभिन्न सेवाओं के लिए अलग-अलग एप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होगी।
आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट के 10 करोड़ डाउनलोड
फिलहाल आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट एप भारतीय रेलवे का सबसे लोकप्रिय मोबाइल एप्लीकेशन है। इसके लगभग 10 करोड़ डाउनलोड हैं। इसके अलावा रेल मदद, यूटीएस, सतर्क, टीएमएस निरीक्षण, आईआरसीटीसी एयर एंड पोर्ट जैसे कई और एप भी काम कर रहे हैं। रेलवे की कोशिश है कि सभी इन सभी एप को एक ही एप्लीकेशन में समाहित कर दिया जाए। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पूर्वोत्तर रेलवे में एप का प्रयोग वर्तमान में करीब पांच लाख लोग कर रहे हैं।
ये सभी सेवाएं सुपर एप पर
रजिस्ट्रेशन, यूटीएस, सर्च ट्रेन, कोच पोजिशन, आर्डर फूड, रेल मदद, बुकिंग, गेस्ट लागइन, पीएनआर स्टेटस, टीडीआर, फीडबैक, आर-वालेट, प्लेटफार्म टिकट, अनारक्षित टिकट, रजिस्टर विद रेल कनेक्ट, ट्रैक योर ट्रेन समेत 20 सेवाएं इस एप पर मिल सकेंगी।