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यूपी में बाढ़ का कहर, फर्रुखाबाद के कई गांवों का संपर्क कटा, 50 गांवों में भरा पानी

यूपी के कई जिलों में बाढ़ का कहर जारी है। गंगा के बढ़े जलस्तर का असर फर्रुखाबाद जिले में भी दिखाई दिया है। गंगा के पानी से निचले इलाके में हाहाकार मचा है। 50 से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी भर गया।

यूपी में बाढ़ का कहर, फर्रुखाबाद के कई गांवों का संपर्क कटा, 50 गांवों में भरा पानी
Dinesh Rathourसंवाददाता,फर्रुखाबादTue, 18 Jul 2023 08:46 PM
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यूपी के कई जिलों में बाढ़ का कहर जारी है। गंगा के बढ़े जलस्तर का असर फर्रुखाबाद जिले में भी दिखाई दिया है। गंगा के पानी से निचले इलाके में हाहाकार मचा है। 50 से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी भर गया  और करीब दो दर्जन मुख्य रास्ते पानी में डूब गए। इससे कई गांवों का संपर्क कट गया है। गांवों में पानी भरने से ग्रामीणों ने पलायन शुरू कर दिया है। क्षेत्र में 30 से अधिक नावें चलायी जा रही हैं जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कत न हो। गंगा के बढ़े जलस्तर से कटरी के निचले इलाकों में पानी भर गया है।

शमसाबाद का कमथरी गांव बाढ़ के पानी से घिरा है। लोग गांव छोड़कर जा रहे हैं। 15 परिवार पहले ही यहां से निकलकर सुरक्षित स्थान पर पहुंच चुके हैं। मंगलवार को मुफीद, आबिद, फहीम, आफाक भी सामान निकालकर सुरक्षित स्थान के लिए चले गए। इलके अलावा अचानकपुर,कटरी तौफीक, रूपपुर मंगलीपुर, कमथरी, चितार, पैलानी दक्षिण, बिरया डाड़ा, बेहटा बल्लू, अजीजाबाद, जटपुरा कैलियाई, दिलावरजंग, पैलानी दक्षिण गंाव में पानी भरा है। समेचीपुर, बांसखेड़ा, भगवानपुर, नगला बसोला, गुटैटी दक्षिण, झौआ, वाजीदपुर, सैदपुर पिस्तौर, चौरा गांव के मुख्य रोड पर पानी चल रहा है। प्रशासन की ओर से इस क्षेत्र में 30 से अधिक नावें चलवाई गई हैं।

शमसाबाद के निचले इलाके में कई स्कूलों के रास्ते भी पानी भर जाने से बंद हो गए। इसके चलते बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के स्कूल बंद चल रहे हैं। मंगलवार को बलीपट्टीगांव के नजदीक स्वास्थ्य टीम ने कैंप लगाया।  प्रशासन की टीम क्षेत्र में नजर गड़ाए है। मंगलवार को डीएम ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।

रुहेलखंड के तीन जिलों में बाढ़ का खतरा, ग्रामीणों को किया गया अलर्ट

बरेली, हिन्दुस्तान टीम। रुहेलखंड के तीन जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। शाहजहांपुर जिले के कई गांवों में नदी का पानी घुस गया है। बंदायूं में गंगा खतरे के निशान से 87 सेमी ऊपर बह रही हैं। यहां 40 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं, उत्तराखंड के बनबसा बैराज से मंगलवार को शारदा नदी में डेढ़ लाख क्सूयेक पानी छोड़ा गया। शाम होते-होते नदी का बहाव तेज हो गया। बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासनिक अफसरों ने ग्रामीणों को अलर्ट करते हुए ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की है। 

शाहजहांपुर जिले के मिर्जापुर ब्लॉक में गंगा की बाढ़ से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। पानी कई गांवों में घुस गया है, जिससे ग्रामीणो की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आजादनगर में लोग पानी के बीच घरों में कैद होने को मजबूर हैं। यहां, मवेशियों के चारे का संकट गहराता जा रहा है। इसके अलावा इस्लामनगर, बांसखेङ़ा समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। पीलीभीत के अमरिया क्षेत्र में बाढ़ का खतरा ज्यादा है। यहां टोंडरपुर में एसडीएम की अध्यक्षता में टोडरपुर, सहराई, जोशी कॉलोनी, सूरजपुर मुस्तकिल में बाढ़ नियंत्रण, राहत व बचाव कार्यों के संबंध में चौपाल का आयोजन किया गया।

एसडीएम ने बताया कि शारदा में छोड़ा पानी गांवों में भर सकता है। इसको लेकर बंधा, नदी, आश्रय स्थल, उपलब्ध नाव और नाविकों, आपदा मित्रों, गोताखोरों की सूचना के साथ साथ गांव की मूलभूत संरचना और उपलब्ध संसाधन का विवरण तैयार किया गया है। उधर, बदायूं में गंगा नदी उफान पर है। दातागंज, सहसवान, सदर तहसील के बाढ़ प्रभावित गांवों के लिए दुश्वारियां बढ़ गई हैं। उसहैत के दल नगला, कदम नगला, जटा, प्रेमीनगला, कोनिका नगला समेत 14 गांव के लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। 
 

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