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यूपी : कई जिलों में बाढ़ से हालात और बिगड़े, मदद के लिए पहुंची NDRF

बुंदेलखंड के अलावा इटावा, औरैया, कानपुर देहात में यमुना का कहर जारी है। कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से बुधवार शाम को यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे कई जिलों में आई बाढ़ से हालात बिगड़ गए...

यूपी : कई जिलों में बाढ़ से हालात और बिगड़े, मदद के लिए पहुंची NDRF
हिन्दुस्तान टीम, कानपुर।Wed, 18 Sep 2019 08:12 PM
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बुंदेलखंड के अलावा इटावा, औरैया, कानपुर देहात में यमुना का कहर जारी है। कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से बुधवार शाम को यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे कई जिलों में आई बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं। उरई में कदौरा क्षेत्र के रैला में स्थित चेकडैम में बुधवार दोपहर बाढ़ के पानी में डूबकर दो सहेलियों की मौत हो गई। दोनों चेकडैम में नहाने गई थीं। औरैया में एक युवक के यमुना में बह गया, जिसकी तलाश की जा रही है। यमुना का पानी कानपुर-बांदा स्टेट हाईवे पर चिल्ला पुल पार ललौली के पास यमुना का पानी आ गया है। 

कई गांव बाढ़ से घिर गए हैं। बांदा में केन का पानी भी कई गांवों में घुस गया है। एक प्लाटून पीएसी फ्लड कंपनी ने मोर्चा संभाल रखा है। इटावा में यमुना के साथ चंबल भी उफान पर है। मध्य प्रदेश की चम्बल आयुक्त ने हेलीकॉप्टर से दौरा किया। बाढ़ की स्थिति से एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है। हमीरपुर में यमुना प्रति घंटे 4 सेंटीमीटर की दर से बढ़ रही है। यमुना खतरे के निशान से तीन मीटर और बेतवा करीब एक मीटर ऊपर बह रही है। दोनों नदियों का पानी शहरी क्षेत्रों के रिहायशी इलाकों में घुसना शुरू हो गया है। शहर के पातालेश्वर मोहल्ले में यमुना नदी के बंधे से रिसाव होने की खबर के बाद इसकी तत्काल मरम्मत शुरू कराई गई है। डीएम ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया।

उरई में यमुना का जलस्तर 111.75 दर्ज किया गया। इससे कई गांव में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं। शंकरपुर से गुजरी यमुना का पानी कुठौंद औरैया रोड पर आने से मार्ग कट गया। कमर तक पानी भर जाने से आवागमन ठप कर दिया गया। सुबह स्कूल के लिए निकले बच्चे जहां के तहां फंसे रहे। 

इटावा में चम्बल व यमुना में बाढ़ से 2 दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क मुख्य मार्गों से संपर्क टूट गया। चम्बल का जलस्तर 128,53 मीटर तक जाकर कम होना शुरू हो गया है। जो खतरे के निशान 120,80 से 8 मीटर तक रहा। हरौली बहादुरपुर के लोगों को औरैया के बाबरपुर में शिफ्ट किया गया। औरैया में यमुना का जलस्तर 117.20 मीटर रहा, जो  लालनिशान से करीब 4.20 मीटर ऊपर है। लोग गांव से पलायन करने लगे हैं। सुरक्षा व राहत कार्य के लिए पुलिस व पीएसी लगी हुई है। 

बाढ़ से बदत्तर हुए हालात, कैंपों में रहकर काटी रात
कानपुर देहात में यमुना खतरे के निशान से 3.83 मीटर ऊपर बह रही है। भोगनीपुर तहसील के 16 और सिकन्दरा के 5 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। प्रशासन वहां नाव लगाकर लोगों  के आवागमन की व्यवस्था कर रहा है। पथार गांव के 15 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। 

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