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गोरखपुर में और खतरनाक हुईं राप्ती-रोहिन और गोर्रा, सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर

राप्ती-रोहिन और गोर्रा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। ये नदियां मंगलवार की शाम और खतरनाक हो गईं। इन नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। दो दर्जन से अधिक गांव इन उफनाई नदियों के पानी से...

गोरखपुर में और खतरनाक हुईं राप्ती-रोहिन और गोर्रा, सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर
मुख्‍य संवाददाता ,गोरखपुर Tue, 29 Sep 2020 10:34 PM
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राप्ती-रोहिन और गोर्रा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। ये नदियां मंगलवार की शाम और खतरनाक हो गईं। इन नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। दो दर्जन से अधिक गांव इन उफनाई नदियों के पानी से प्रभावित हैं। बंधों पर दबाव बना हुआ है। सिंचाई विभाग ड्रेनेज खंड के जिम्मेदार और जिला प्रशासन के लोग सतर्क नजर रखे हुए हैं।

गोरखपुर में अगस्त महीने में जमकर तबाही मचाने के बाद राप्ती-रोहिन, गोर्रा और सरयू की बाढ़ हट गई थी। इन नदियों के किनारे बसे गांवों के लोग राहत महसूस करने लगे थे। सितम्बर माह के तीसरे सप्ताह में हुई तेज बारिश ने नदियों के किनारे बसे गांवों के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। खत्म हो चुकी राप्ती-रोहिन, गोर्रा और सरयू नदी की बाढ़ फिर लौट आई है। अचानक उफनाई ये नदियां खतरे के निशान को पार कर बहने लगी हैं। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण और सिंचाई विभाग के अनुसार खतरे का निशान पहले ही पार कर चुकी इन नदियों का पानी मंगलवार की शाम और तेजी से बढ़ने लगा था। राप्ती-रोहिन और सरयू नदियां फिर तबाही मचाने लगीं हैं। राजपुर दूबी और जगदीशपुर गांव समेत दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ के पानी में घिर गए हैं। राप्ती और रोहिन के किनारे के बंधों पर बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ गया है। सिंचाई विभाग ड्रेनेज खंड के अधिकारी-कर्मचारी लगातार भ्रमण कर स्थिति पर नजर रख रहे हैं।

जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण के मुताबिक बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों के लिए थोड़ी सुकून देने वाली खबर है। इन गांवों में क्षतिग्रस्त मकानों-दुकानों की क्षतिपूर्ति तो सरकार देगी ही, इस बार श्रमिकों को मजदूरी का भी भुगतान करेगी। सबसे बड़ी बात कि इन गांवों में क्षतिग्रस्त पीएचसी-सीएचसी, पंचायत भवन तथा आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत के लिए सरकार ने आर्थिक मदद देने का निर्णय लिया है। 

बाढ़ चौकियां उठा रहीं जिम्मेदारी
जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण के मुताबिक दुबारा लौट आई बाढ़ को देखते हुए जिले में 62 बाढ़ चौकियों को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। यूं तो इन बाढ़ चौकियों पर कर्मचारी पहले से ही तैनात थे, दुबारा संसाधन भी मुहैया करा दिया गया है। आपदा मित्रों से लगातार मदद ली जा रही है।  

मंगलवार को नदियों का हाल
राप्ती
स्थान : वर्डघाट
खतरे का निशान : 74.98 मीटर
वर्तमान स्थिति : 76.00 मीटर

रोहिन
स्थान : भौराबारी 
खतरे का निशान : 79.00 मीटर
वर्तमान स्थिति : 80.700 मीटर

सरयू
स्थान : तुर्तीपार 
खतरे का निशान : 64.01 मीटर
वर्तमान स्थिति : 64.140 मीटर  
 

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