लखनऊ: विधायक के सरकारी आवास में लगी आग, दरवाजा-खिड़की तोड़कर घर में घुसे दमकल कर्मचारी
यूपी की राजधानी लखनऊ के डालीबाग स्थित बहुखंडी बिल्डिंग की 12 वीं मंजिल पर स्थित विधायक सौरभ सिंह के सरकारी आवास में आग लग गई। गनीमत रही कि आग लगने के वक्त फ्लैट में कोई मौजूद नहीं था।

यूपी की राजधानी लखनऊ के डालीबाग स्थित बहुंखडीय मंत्री आवास की 12वीं मंजिल पर शनिवार तड़के लखीमपुर खीरी के विधायक सौरभ सिंह सोनू के आवास में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। आग की लपटों और दमघोटू धुएं में विधायक के भाई समेत चार लोग फंस गए। विधायक के भाई ने फायर स्टेशन और पुलिस को सूचना दी। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। साथ ही कमरे में फंसे चारों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। प्राथमिक जांच में आग की वजह शार्ट सर्किट बताया गया है।
बहुखंडीय मंत्री आवास का 1204 नंबर फ्लैट लखीमपुर खीरी के विधायक सौरभ सिंह सोनू के नाम आवंटित है। शुक्रवार तड़के डाइनिंग रूम में आग लग गई। कुछ ही देर में पूरे कमरे को आग ने चपेट में ले लिया। पूरे आवास में धुआं फैल गया। पीछे वाले कमरे में विधायक सौरभ सिंह के भाई गौरव सिंह (32), अभय (32), अतुल (33) और विवेक श्रीवास्तव (38) सो रहे थे। गौरव के मुताबिक सुबह करीब 610 बजे बजे सांस लेने में परेशानी होने लगी। आंख खुली को कमरे में धुआं फैला था। कमरे का दरवाजा खोला तो डाइनिंग रूम से लपटें निकल रही थीं। तेजी से धुआं कमरे में आता देख तुरंत दरवाजा बंद कर लिया। सांस में तकलीफ पर शीशा तोड़ दिया। खिड़की से हवा आने पर लोगों को राहत मिली। सीएफओ मंगेश कुमार का कहना है कि शुरुआती जांच में एसी में हुए शार्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आ रही है।
दरवाजा तोड़कर घुसे, धुएं से कुछ भी देखना मुश्किल
एफएसओ हजरतगंज रामकुमार रावत ने बताया कि सुबह 616 बजे आग लगने मिली थी। आनन- फानन में तीन दमकल को मौके पर भेजा गया था। दमकल कर्मी दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो कमरे में भीषण आग थी। धुएं के गुबार के बीच कुछ दूर भी देखना मुश्किल था। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाकर आवास में फंसे चारों लोगों को बाहर निकाला गया। थोड़ी से चूक होती तो चारों की जान सांसत में पड़ सकती थी।
..लगा कि अब नहीं बचेंगे
लपटों के बीच फंसे गौरव, साथियों ने बताया कि आग देख लगा कि जान नहीं बच पाएगी। कमरे का दरवाजा बंद कर एक दूसरे का हौसला बढ़ाया। खिड़की से कुछ राहत मिली। दमकल कर्मियों की आवाज सुन गेट खोला। सकुशल निकलने पर राहत की सांस ली।