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कोरोना से जंग: बीआरडी पहुंची एफेरेसिस, अब प्‍लाज्‍मा दान कर सकेंगे 

कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहे बीआरडी मेडिकल कॉलेज के लिए राहत की खबर है। मेडिकल कॉलेज में एफेरेसिस मशीन पहुंच गई है। कॉलेज प्रशासन ने लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया है। एक हफ्ते में लाइसेंस मिल...

कोरोना से जंग: बीआरडी पहुंची एफेरेसिस, अब प्‍लाज्‍मा दान कर सकेंगे 
हिन्‍दुस्‍तान टीम ,गोरखपुर Sat, 31 Oct 2020 08:01 PM
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कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहे बीआरडी मेडिकल कॉलेज के लिए राहत की खबर है। मेडिकल कॉलेज में एफेरेसिस मशीन पहुंच गई है। कॉलेज प्रशासन ने लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया है। एक हफ्ते में लाइसेंस मिल जाएगा। इसके बाद प्लाज्मा या प्लेटलेट्स दान किया जा सकेगा। अभी प्लाज्मा दान करने के लिए दाताओं को फातिमा अस्पताल जाना पड़ता था। 

पैथोलाजी की विभाग की अध्यक्ष डॉ. शैलामित्रा ने बताया कि यह मशीन प्लेटलेट्स की कमी से जूझने वाले डेंगू, ल्यूकेमिया, एप्लास्टिक एनीमिया के मरीजों के लिए वरदान साबित होगी। एक या दो रक्तदाता से ही मरीज के प्लेटलेट्स की जरूरत पूरी हो जाएगी। साथ ही गंभीर कोरोना मरीजों को चढ़ाया जाने वाला प्लाज्मा भी इस मशीन से निकाला जा सकेगा। यह रक्त से प्लेटलेट्स या प्लाज्मा निकाल कर मशीन बाकी रक्त दानदाता के शरीर में लौटा देगी। 

क्या है एफेरेसिस मशीन
ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. राजेश कुमार राय ने बताया कि यह मशीन एक दानदाता के रक्त से प्लेटलेट्स या प्लाज्मा अलग करने और बाकी रक्त शरीर में वापस लौटाने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लेती है। साधारण रक्तदान में जहां एक यूनिट रक्त से मात्र पांच हजार प्लेटलेट्स व 160 मिलीलीटर प्लाज्मा निकलता था। मशीन के जरिये एक रक्तदाता से 30 हजार प्लेट्लेट्स व 450 मिलीलीटर प्लाज्मा निकल सकेगा। 

एफेरेसिस मशीन आ गई है। लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया गया है। अगले सप्ताह लाइसेंस मिलने की उम्मीद है। इसी के साथ मशीन शुरू कर दी जाएगी। 
डा.गणेश कुमार, प्राचार्य, बीआरडी मेडिकल कालेज

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