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किसानों की यात्रा खत्म हुई है, आंदोलन नहीं : नरेश टिकैत

भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा, क्रांति यात्रा सरकार के कानों तक किसान का दर्द पहुंचाने में कामयाब रही है। उन्होंने कहा कि टिकैत घाट से किसान घाट तक किसानों की यात्रा सम्पन्न हुई है। सात...

किसानों की यात्रा खत्म हुई है, आंदोलन नहीं : नरेश टिकैत
मेरठ। मुख्य संवाददाता Wed, 03 Oct 2018 08:30 PM
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भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा, क्रांति यात्रा सरकार के कानों तक किसान का दर्द पहुंचाने में कामयाब रही है। उन्होंने कहा कि टिकैत घाट से किसान घाट तक किसानों की यात्रा सम्पन्न हुई है। सात मुद्दों पर केंद्र सरकार ने काम का भरोसा दिया है। किसानों की सम्पूर्ण कर्ज माफी, फसलों के दाम स्वामीनाथन कमेटी के सी-2 फार्मूले के आधार पर मिलने जैसी मांगों को लेकर आंदोलन चलता रहेगा। आगे की रणनीति नए सिरे से तैयार की जाएगी।

भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि हरिद्वार में टिकैत घाट से दिल्ली किसान घाट तक किसान क्रांति यात्रा निकालने का मकसद किसानों का दर्द केंद्र सरकार तक पहुंचाना था। उन्होंने कहा कि इस मकसद में भाकियू कामयाब रही है। आंदोलन सरकारों पर हक के लिए दबाव बनाने का काम करते हैं। केंद्र सरकार पर किसानों के हक में काम करने का दबाव बढ़ा है। किसानों के दस साल पुराने ट्रैक्टरों पर रोक हटवाने जैसे सात मुद्दों पर सहमति बनी है, लेकिन फसल के दाम और कर्ज माफी जैसे बड़े मुद्दे अभी बाकी हैं। किसानों में सरकार के प्रति जबरदस्त आक्रोश है।

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कहा कि हजारों किसान घर-बार छोड़ भूख-प्यास और गर्मी से जूझते हुए हरिद्वार से दिल्ली गए। पुलिस की लाठियां खाईं, पानी की तेज बौछारें, रबर की गोलियां और आंसू गैस के गोले झेले पर फिर भी रात में पुलिस के बैरियर तोड़ किसान घाट तक गए। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सारी मांगें पूरी नहीं होंगी, किसान यूनियन पीछे नहीं हटेगी। क्रांति यात्रा ने किसानों में जोश और एकता भरी है। आंदोलन अभी शुरू हुआ है। नए सिरे से नई रणनीति से आगे की लड़ाई लड़ी जाएगी। किसान समृद्धि आयोग के सदस्य धर्मेन्द्र मलिक ने कहा कि जीत किसानों की हुई है। किसानों ने जिस शांति से यात्रा निकाली, उससे पूरे देश में उनकी लड़ाई के प्रति समाज की सहानुभूति बढ़ी है।

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