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इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों का बढ़ेगा खर्च, यूजी, पीजी, PHD की पढ़ाई और हॉस्टल में रहना भी होगा महंगा

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शैक्षिक सत्र 2022-23 में स्नातक, परास्नातक और पीएचडी में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओं की पढ़ाई और हॉस्टल में रहना अब महंगा होगा।

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों का बढ़ेगा खर्च, यूजी, पीजी, PHD की पढ़ाई और हॉस्टल में रहना भी होगा महंगा
Dinesh Rathourप्रयागराज। संवाददाता Sat, 25 Jun 2022 10:56 PM

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शैक्षिक सत्र 2022-23 में स्नातक, परास्नातक और पीएचडी में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओं की पढ़ाई और हॉस्टल में रहना अब महंगा होगा। नए शैक्षिक सत्र से स्नातक, परास्नातक और पीएचडी के साथ ही हॉस्टल की फीस में इजाफा करने का निर्णय शनिवार को कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया।
पीआरओ डॉ. जया कपूर ने बताया कि विश्वविद्यालय की फीस कई दशक से नहीं बदली गई है।  

1912 से विश्वविद्यालय की ट्यूशन फीस मात्र ₹12 रुपये है।  सरकार का अब इस बात पर जोर है कि विश्वविद्यालय अपने संसाधनों से खुद आय अर्जित करें। विश्वविद्यालयों की ग्रांट्स में कमी कर दी गई है, इसलिए मौजूदा फीस ढांचा पुनरीक्षित किया गया है। सभी रेगुलर यूजी, पीजी, और पीएचडी कोर्स की फीस दूसरे केंद्रीय विश्वविद्यालयों की फीस के बराबर ही बढ़ाई गई है। वहीं, सूत्रों ने फीस में दो से तीन गुना बढ़ोतरी का अनुमान जताया है।   

डॉ. कपूर ने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय के हॉस्टल की दशा ठीक नहीं है और उनके रखरखाव व अवैध छात्रों को हटाने की जरूरत है। विश्वविद्यालय के पास इस समय 20 हॉस्टल हैं। हिंदू हॉस्टल को अभी शामिल किया गया है। इन हॉस्टलों की फीस बढ़ाना जरूरी है ताकि हॉस्टल का कार्य सुचारू रूप से चलाया जा सके। नए सत्र से हॉस्टल में प्रवेश लेने वाले छात्रों की फीस में बढ़ोतरी की जाएगी।  

इविवि में शुरू होंगे दस नए पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स

इविवि में नई शिक्षा नीति के तहत दस नए इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम आगामी शैक्षिक सत्र से शुरू होंगे। दसों पाठ्यक्रमों के संचालन पर एकेडमिक काउंसिल ने मुहर लगा दी है। इन पाठ्यक्रमों में बीएएलएलबी, बीए, बीएससी-एमए-एमएससी इन योगा एंड मेडिटेशन, बीटेक-एमटेक कम्प्यूटर साइंस, बीए, बीएससी-एमए, एमएससी इन डिजास्टर मैनेजमेंट, बीएससी-एमएससी इन फूड एंड न्यूट्रिशन, बीसीए-एमसीए इन डाटा साइंस, बीबीए-एमबीए इन फैशन डिजाइन, बीएससी-एमएससी इन फूड टेक्नोलॉजी, कॉग्निटिव साइंस शामिल है। 

विश्वविद्यालय की छवि बिगाड़ने वालों पर होगी कार्रवाई 

इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छवि सोशल मीडिया पर खराब करने वाले छात्रों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह निर्णय एकेडमिक काउंसिल में लिया गया। सोशल मीडिया में विश्वविद्यालय के खिलाफ लिखने और बदनाम करने के कई प्रकरण सामने आए हैं। इसे रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है कि यदि कोई छात्र मीडिया या सोशल मीडिया पर विश्वविद्यालय को बदनाम करने की गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। यदि कोई शिक्षक इस तरह के कार्य में लिप्त रहते हैं तो कार्य परिषद की संस्तुति से उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अब संकायवार होगा प्री-पीएचडी कोर्स  

इविवि में अब संकायवार प्री-पीएचडी कोर्स होगा। अलग-अलग विभागों के प्री पीएचडी प्रोग्राम की जगह अब हर फैकल्टी का एक प्री पीएचडी प्रोग्राम होगा जो कि यूजीसी की इस संदर्भ में दी गई गाइडलाइन के अनुरूप होगा। इसका अलग फीस स्ट्रक्चर होगा। विभिन्न लाइफ साइंस विषयों में आने वाले प्रोजेक्ट फंड से एक स्मार्ट क्लासरूम बनाने के लिए प्रो. एसआई रिजवी की सराहना करते हुए उन्हें  सर्टिफिकेट ऑफ एप्रिशिएशन दिया गया। ये स्मार्ट क्लास रूम होम साइंस, जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, बायोकेमिस्ट्री विभाग और सेंटर फ़ॉर बायोटेक्नोलॉजी के कुछ प्रोजेक्ट के फंड से बनाया गया है।
 

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