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इंजीनियरिंग कॉलेजों में नए सत्र से परीक्षा का पैटर्न बदलेगा

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने देश भर के तकनीकी संस्थानों में परीक्षा पैटर्न बदलने की तैयारी की है। नए पैटर्न में शोध को अधिक महत्व दिया जाएगा।  इसी के तहत लखनऊ स्थित डॉ. एपीजे...

इंजीनियरिंग कॉलेजों में नए सत्र से परीक्षा का पैटर्न बदलेगा
अब्बास रिजवी,लखनऊ | Thu, 03 Oct 2019 12:53 PM
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अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने देश भर के तकनीकी संस्थानों में परीक्षा पैटर्न बदलने की तैयारी की है। नए पैटर्न में शोध को अधिक महत्व दिया जाएगा। 

इसी के तहत लखनऊ स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय अपने यहां बीटेक के परीक्षा पैटर्न में बदलाव रहा है। नए सत्र से छात्रों को परीक्षा में बदले हुए पैटर्न पर सवालों के जवाब देने होंगे। हालांकि शुरुआत में प्रश्नपत्रों में दो से तीन सवाल ही बदले हुए पैटर्न के आधार पर पूछे जाएंगे। 

हाल ही में परिषद ने परीक्षा सुधार को लेकर एकेटीयू में एक कार्यशाला भी किया था। इसमें एआईसीटीई के सदस्य सचिव डॉ. राजीव कुमार ने अधिकारियों के साथ बदले हुए पैटर्न पर चर्चा की थी। इसमें बताया गया था कि छात्रों को अधिक इनोवेटिव बनाने के लिए परीक्षा पैटर्न में बदलाव की जरूरत है। छात्रों को प्रश्नों की विस्तृत व्याख्या करने की बजाय क्यों और कैसे पर जवाब देना होगा। मसलन, नैनो टेक्नोलॉजी की क्यों जरूरत है, वह कैसे काम करती है? इस तरह के सवालों से अब छात्रों को रूबरू होना पड़ेगा। 

प्रथम व द्वितीय वर्ष के प्रश्नपत्रों में होगा बदलाव: परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार बताते हैं कि प्रश्नपत्रों में एकदम से बदलाव नहीं किया जाएगा। नए सत्र से बीटेक प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों से परीक्षा में दो से तीन सवाल बदले हुए पैटर्न पर पूछे जाएंगे। इस व्यवस्था को धीरे-धीरे लागू किया जाएगा ताकि छात्र भी बदले हुए पैटर्न के हिसाब से तैयार हो सकें। 

शिक्षकों को बदलाव को लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी 
परीक्षा पैटर्न बदलने से शिक्षकों को भी इनोवेटिव होना पड़ेगा, क्योंकि उन्हें छात्रों को अब बदले हुए पैटर्न के हिसाब से ही पढ़ाना पड़ेगा। ऐसे में शिक्षकों को रिसर्च व इनोवेशन पर खास ध्यान देना पड़ेगा। इसके बिना वे छात्रों को पढ़ा नहीं पाएंगे। एआईसीटीई के सचिव सदस्य डॉ. राजीव कुमार के अनुसार इसके लिए शिक्षकों की कार्यशालाएं आयोजित कराई जाएंगी। इसमें उनको बताया जाएगा कि छात्रों को पढ़ाना कैसे है और किस तरह से परीक्षा की तैयारी करानी है।  

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