एक के बाद एक पत्नी के सिर में मारीं सात गोलियां, फिर बहू को दौड़ाया, आगरा में खौफनाक वारदात
आगरा के सदर इलाके में खौफनाक वारदात को अंजाम दिया गया है। सीआरपीएफ से वीआरएस लेने वाले एक पूर्व सैनिक न अपनी ही पत्नी की ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी। पत्नी को सात गोलियां मारी।
आगरा में मंगलवार की दोपहर रिटायर सीआरपीएफ जवान ने ताबड़तोड़ सात गोलियां मारकर पत्नी की हत्या कर दी। उस समय पत्नी बाथरूम में कपड़े धो रही थी। पति ने सातों गोलियां उसके सिर में मारी। सिर के परखच्चे उड़ गए। गोलियों की आवाज सुनकर बहू दौड़कर आई। ससुर ने उस पर भी हमले का प्रयास किया। बहू ने कमरे में छिपकर अपनी जान बचाई। पुलिस ने हत्यारोपी पति को पकड़ लिया है।
घटना दोपहर करीब एक बजे की है। राजपुर चुंगी (सदर) के पास दुर्गा नगर में महेंद्र सिंह राठौर का घर है। महेंद्र सिंह ने वर्ष 2017 में सीआरपीएफ से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी। वापस लौटने के बाद संजय प्लेस स्थित बैंक में गार्ड की नौकरी कर ली। एसीपी सदर अर्चना सिंह ने बताया कि महेंद्र सिंह ने 45 वर्षीय अपनी पत्नी नीतेश उर्फ नीता की बेरहमी से हत्या कर दी। महेंद्र सिंह के दो बेटे हैं। कुलदीप और गौरव। कुलदीप दिल्ली में नौकरी करता है। विवाहित है। एक पुत्र है।
पिछले महीने से कुलदीप आगरा में रह रहा है। उसका इलाज चल रहा है। एक्सीडेंट हो गया था। दिन में कुलदीप अपने टांके कटाने गया था। घर पर उसकी पत्नी पूजा और एक वर्षीय बेटा मौजूद थे। भूतल पर महेंद्र सिंह की पत्नी नीतेश उर्फ नीता मौजूद थीं। वह बाथरूम में कपड़े धो रही थीं। इसी बीच महेंद्र सिंह बाहर से आया। पत्नी से किसी बात पर तकरार हुई। गुस्से में उसने एक-एक करके सात गोलियां पत्नी के सिर में मारीं।
बहू की तरफ की बंदूक की नाल
पूजा ने पुलिस को बताया कि गोलियां की आवाज सुनकर वह दौड़कर नीचे की तरफ आई। ससुर के हाथ में बंदूक थी। यह देख वह चीख पड़ी। ससुर ने बंदूक की नाल उसकी तरफ कर दी। भागकर उसकी तरफ आने लगे। वह बुरी तरह घबरा गई। अपने कमरे में पहुंचकर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया।
मोहल्ले वालों के सामने से भागा
पत्नी की हत्या करके महेंद्र सिंह राठौर बाइक से मोहल्ले वालों के सामने से भाग गया। उसे पकड़ने की कोई हिम्मत नहीं जुटा सका। वह बंदूक भी अपने साथ ले गया था। भागकर अपने परिचित के घर पहुंचा था। परिचित को बताया कि उसने पत्नी को मार डाला। परिचित ने उससे कहा कि भगाने से कोई फायदा नहीं होगा। अपने आप केा पुलिस के हवाले कर दे। वह तैयार हो गया। परिचित के फोन पर पुलिस उखर्रा रोड पर पहुंची। हत्यारोपी पति को हिरासत में लिया।
पछतावा नहीं, बोला बहुत पहले मार देना चाहिए था
पुलिस ने हत्यारोपी पति से पूछताछ की। उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था। उसने पुलिस से कहा कि वह सेवानिवृत्ति के बाद घर लौटकर आया। उसे लगा कि घर पर बहुत सम्मान मिलेगा। पत्नी उसके इशारे पर नाचा करेगी। जो कहेगा वही करेगी। यहां तो सब कुछ उल्टा ही मिला। पत्नी बात-बात पर ताना मार देती।
उसकी बेइज्जती कर देती। उसकी बात पर पलटकर जवाब देती। वह उसके इस व्यवहार से परेशान आ चुका था। उससे कई बार कह चुका था कि अपनी आदत सुधार ले। कहीं ऐसा नहीं हो कि किसी दिन खूनखराबा हो जाए। दिन में वह आया तो पत्नी ने उसे उल्टा जवाब दिया। गुस्से में उसने पत्नी को मार डाला।