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Covid-19: कोरोना का संक्रमण बढ़ा तो दोगुनी होने लगी जांच, टीके का लक्ष्‍य घटाया

उत्‍तर प्रदेश के गोरखपुर में कोरोना टीकाकरण अभियान को बड़ा झटका लगा है। स्वास्थ विभाग के पास वैक्सीन खत्म हो गई है। इसके कारण गुरुवार को कई टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ा । गुरुवार से जिले में...

Covid-19: कोरोना का संक्रमण बढ़ा तो दोगुनी होने लगी जांच, टीके का लक्ष्‍य घटाया
वरिष्‍ठ संवाददाता ,गोरखपुर Fri, 02 Apr 2021 10:41 AM
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उत्‍तर प्रदेश के गोरखपुर में कोरोना टीकाकरण अभियान को बड़ा झटका लगा है। स्वास्थ विभाग के पास वैक्सीन खत्म हो गई है। इसके कारण गुरुवार को कई टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ा । गुरुवार से जिले में 45 साल तक के लोगों को टीका लगाने का महाअभियान शुरू हुआ। कोरोना टीकाकरण यह अभियान पहले दिन ही पटरी से उतर गया। इसकी वजह रही वैक्सीन की किल्लत।

 

गुरुवार को 16 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन सीमित संख्या के कारण लक्ष्य को कम करना पड़ा।

उपलब्धता कम देख स्वास्थ विभाग ने लक्ष्य को 16 हजार के बजाए 7900 कर दिया। हालांकि अपेक्षा के अनुरूप लोग बूथों पर नहीं पहुंचे। कुल 52 फीसदी लोगों को ही टीका लगा। तीसरे चरण के कोविड टीकाकरण में गुरुवार 79 बूथों पर 4076 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने जिला अस्पताल, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. माला कुमारी सिन्हा ने जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण किया। वैक्सीनेटर को मानक के अनुसार टीका लगाने का निर्देश दिया। बाबा राघव दास मेडिकल कालेज में प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने निरीक्षण कर व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से नीचे के लोगों को टीका न लगाया जाए।

 

10 डोज की आई को-वैक्सीन

वेस्टेज रोकने के लिए शासन ने अब को-वैक्सीन के नए वायल भेज दिया है। एक वायल में 10 डोज है। पहले एक वायल में 20 डोज आती थी। शाम को एक-दो लोगों को टीका लगाने के लिए वायल खोलने पर ज्यादातर डोज बर्बाद हो जाती है। इसे रोकने के लिए शासन ने अब 10 डोज वाली वायल भेजा है। शाम को यही वायल खोलने का वैक्सीनेटरों को निर्देश दिया गया है, ताकि कम से कम डोज बर्बाद हो।

 

नहीं संचालित हुए कई टीकाकरण केंद्र

स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को 160 सेंटरों को संचालित करने की योजना थी। हर सेंटर पर सौ-सौ लोगों को वैक्सीन लगना था । वैक्सीन की किल्लत को देखते हुए गुरुवार को सिर्फ एक तिहाई सेंटर ही संचालित किए गए। कई प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन की दरकार थी, लेकिन उन्हें बैरंग लौटा दिया गया।

 

पहले दिन ही पटरी से उतर गया इंतजाम

गुरुवार को इस अभियान का पहला दिन था । पहले दिन ही वैक्सीन की किल्लत ने अभियान को जोर का झटका दिया। सीएमओ कार्यालय महज साढ़े सात हजार लोगों को टीका लगाने के लिए वैक्सीन बची थी। इसमें छह हजार डोज गुरुवार को भेज दी गई। सीएमओ के पास अब करीब 1500 डोज ही बची है। वैक्सीन की किल्लत पर अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। टीकाकरण के नोडल इंचार्ज डॉ एनके पांडेय ने इस मसले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जानकारी सीएमओ के जरिए ही मिलेगी।

 

मांगा था डेढ़ लाख मिले 6000 डोज

जिले में वैक्सीन की किल्लत बीते एक हफ्ते से बनी हुई है। होली से दो दिन पहले स्वास्थ्य विभाग ने शासन को इस बाबत पत्र भी लिखा था। वृहद अभियान को देखते हुए सीएमओ ने करीब डेढ़ लाख डोज की मांग की थी। इस पर उन्हें सिर्फ 6000 डोज ही आवंटित हुए। यह खेप भी खप गई।

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