ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशबांके बिहारी के दर्शन को भारी मात्रा में उमड़े श्रद्धालु, भीड़ के दबाव से मची चीख-पुकार, छह की हालत बिगड़ी

बांके बिहारी के दर्शन को भारी मात्रा में उमड़े श्रद्धालु, भीड़ के दबाव से मची चीख-पुकार, छह की हालत बिगड़ी

माघ पूर्णिमा पर ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ एक बार फिर बेकाबू हो गई। रविवार को भीड़ के दबाव में करीब आधा दर्जन लोगों की तबीयत बिगड़ गयी।

बांके बिहारी के दर्शन को भारी मात्रा में उमड़े श्रद्धालु, भीड़ के दबाव से मची चीख-पुकार, छह की हालत बिगड़ी
Dinesh Rathourहिन्दुस्तान संवाद,वृंदावन (मथुरा)Sun, 05 Feb 2023 07:43 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

माघ पूर्णिमा पर ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ एक बार फिर बेकाबू हो गई। रविवार को भीड़ के दबाव में करीब आधा दर्जन लोगों की तबीयत बिगड़ गयी। इनमें कुछ श्रद्धालु ऐसे भी थे, जिनको पहले से कोई न कोई बीमारी बतायी गयी। इन श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। भीड़ के चलते यहां व्यवस्था में जुटे पुलिसकर्मियों के भी हाथ-पांव फूल गए।

रविवार के दिन माघ पूर्णिमा पड़ने की वजह से वृंदावन में ठाकुर बांके बिहारी के दर्शनों के लिए सुबह से भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। दर्शन करने की चाहत और मंदिर बंद होने का डर श्रद्धालुओं को इस कदर सता रहा था कि वे एक-दूसरे को धक्का देकर आगे बढ़ने से भी पीछे नहीं हट रहे थे। बांके बिहारी मंदिर के आसपास की गलियों में मौजूद सुरक्षाकर्मी, पुलिसकर्मी व आरआरएफ के जवान भी कम पड़ गए। दोपहर साढ़े 11 बजे के आसपास भीड़ ने कम होने का नाम नहीं लिया तो धक्का-मुक्की शुरु हो गयी।

दोपहर तक यह आलम था कि मंदिर के आसपास गलियों में भीड़ का दवाब असहनीय हो चला। भीड़ संभालते-संभालते सुरक्षाकर्मियों के भी हाथ पैर फूल गए। भीड़ में फंसे श्रद्धालुओं में किसी को सांस लेने में परेशानी हुई तो बच्चे-बुजुर्ग दवाब न झेल पाने की वजह से चिल्लाने लगे। ऐसे में कुछ श्रद्धालुओं की तबियत बिगड़ी तो उन्हें गेट नंबर एक के पास चबूतरे पर बैठे चिकित्सकों तक पहुंचाया गया। डॉ. रण विजय सिंह व फार्मासिस्ट जितेंद्र सिंह ने त्वरित रेस्पॉंस देते हुए प्राथमिक उपचार किया। 

सीने में दर्द कि शिकायत लेकर पहुंचे आजमगढ़ निवासी सिकेंदर सिंह पुत्र रामचंद्र (76) का प्राथमिक उपचार किया गया। जबलपुर निवासी रामजी पुत्र शंकरलाल डायबिटीज की वजह से अपने आपको चलने में असहज महसूस कर रहे थे। हालत ज्यादा खराब होने पर जिन्हें जिला संयुक्त अस्पताल रेफर किया गया। हाइपरटेंशन के शिकार दिल्ली निवासी शांति स्वरूप पुत्र बेनीराम (62) वर्षीय को चिकित्सकों ने बैठाकर ठीक किया। इसके बाद अपने गंतव्य के लिए रवाना किया।

जिला संयुक्त अस्पताल पहुंचे शांति स्वरूप की तबियत शाम तक ठीक हो गई। इसके बाद वह अस्पताल से आराम करने के लिए एक आश्रम चले गए। परिजनों ने बताया कि तबीयत खराब रहती है। जिद करके आ गए। भीड़ के दवाब के चलते उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। जबलपुर निवासी श्वेता भीड़ में गर्मी और घुटन की वजह से बिलख उठीं, जबकि 60 वर्षीय रामजी प्रसाद झरिया को भी सांस लेने में तकलीफ हुई। जिन्हें परिजन किसी निजी अस्पताल की तरफ लेकर गए।
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें