अधूरे इलाज पर डिप्टी सीएम का बड़ा ऐक्शन, लोहिया अस्पताल के 6 डॉक्टर समेत 13 कर्मचारी सस्पेंड
इमरजेंसी से आधा-अधूरा इलाज कर मरीज को भगाने के मामले में लोहिया संस्थान की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। प्राथमिक जांच में इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक लापरवाह पाए गए हैं।
इमरजेंसी से आधा-अधूरा इलाज कर मरीज को भगाने के मामले में लोहिया संस्थान की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। प्राथमिक जांच में इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक लापरवाह पाए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बड़ी कार्रवाई कर दी। डिप्टी सीएम के निर्देश पर संस्थान प्रशासन ने 1 डॉक्टर-कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने शुक्रवार के अंक में लोहिया की इमरजेंसी में अधूरा इलाज कर भगाया शीर्षक से खबर प्रकाशित की। सीतापुर के एक मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया था कि इलाज के बीच ही डिस्चार्ज कर दिया गया। इस प्रकरण को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने घटना पर दुख जताया। कहा कि इस तरह की घटना से विभाग की छवि धूमिल हो रही है। यह गंभीर प्रकरण है। संस्थान प्रशासन को निर्देश दिया कि इसकी एक सप्ताह में जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाए। कार्रवाई की आख्या एक सप्ताह के भीतर पेश करें।
निदेश्क डॉ. सीएम सिंह का कहना है कि प्राथमिक जांच के आधार पर इमरजेंसी में तैनात दो इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के डॉक्टर, दो मेडिकल ऑफिसर, दो नॉन पीजी जेआर को सात दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। जबकि दो सोशल वर्कर समेत पांच अन्य को दो दिनों के लिए निलंबित किया गया है। विस्तृत जांच कराई जा रही है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, मरीजों के इलाज में किसी भी तरह की कोताही न बरतें। प्रत्येक मरीज को इलाज उपलब्ध कराएं। अधिकारी इमरजेंसी व वार्ड का नियमित राउंड लें। कमियों को दूर करें। मरीज के हित में कदम उठाएं। घटना की आख्या उपलब्ध कराएं।
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