पहले रामभक्तों पर गोली चलाई अब दर्शन करने जा रहे : केशव
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को अम्बेडकरनगर और बाराबंकी पहुचे। दोनों जगह उन्होंने करोड़ों की परियोजनाओं की सौगात दी। बाराबंकी में उन्होंने अपने भाषण में सपा-बसपा और कांग्रेस को निशाने पर...
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उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को अम्बेडकरनगर और बाराबंकी पहुचे। दोनों जगह उन्होंने करोड़ों की परियोजनाओं की सौगात दी। बाराबंकी में उन्होंने अपने भाषण में सपा-बसपा और कांग्रेस को निशाने पर रखा। सपा से गुण्डे, बसपा से भ्रष्टाचारी और कांग्रेस से फोटो खिंचवाने वाले निकाल दें तो कोई नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि जिन्होंने पहले रामभक्तों पर गोली चलवाई वह आज दर्शन करने जाते हैं। अम्बेडकरनगर में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में अपराधी भागा-भागा फिर रहा है जबकि पुलिस और प्रशासन आज भी वही है। परिवारवाद, माफ़ियावाद और जातिवाद खत्म हुआ है। अपराधी किसी भी दल का हो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होती है। सपा सत्ता में आएगी तो फिर से लूट मचेगी।
सपा चुनाव निशान एके-47 रख ले
जनसभा को सम्बोधित करते हुए श्री मौर्या ने कहा कि भाजपा के पक्ष में चल रही लहर को रोकने के लिए सभी दल एकजुट हो गए हैं। आप याद कर लो 2017 से पहले का समय। जब गुण्डे पुलिस अधिकारियों को धमकाते थे। उन्होंने कहा कि अखिलेश कहते हैं कि भाजपा चुनाव निशान बुलडोजर रख ले तो मैं कहता हूं कि सपा चुनाव निशान एके-47 रख लें। उन्होंने कहा कि पहले विकास योजनाओं का धन सपा-बसपा और कांग्रेस के दलाल खा जाते थे। उन्होंने कहा कि 2022 में भाजपा फिर तीन सौ कमल खिलाएगी और सपा, बसपा और कांग्रेस पुराना आंकड़ा भी नहीं दोहरा पाएगी। समाजवादी पार्टी की तरफ से छोटे-छोटे दलों के साथ किए जा रहे हैं एलाइंस पर निशाना साधते हुए कहा कि और वोट काटने वाले से सावधान रहें। खुद नहीं जीत सकते हैं लेकिन वोट काट लेंगे। इसलिए 2022 में फिर से भाजपा को सत्ता में लाने के लिए पूरी ताकत से जुटें।
फिर दिया विवादित बयान
अम्बेडकरनगर में कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने फिर विवादित बयान दिया। उन्होंने अखिलेश यादव को अखिलेश अली जिन्ना कहा। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने कभी पिछड़ों का कल्याण नहीं किया। इसलिए वर्ष 2022 के चुनाव में पिछड़ी जातियां उनके साथ नहीं जाएंगी। सोशल मीडिया पर उनका बयान आने के बाद समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कड़ी नाराजगी भी जताई है। पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा ने कहा है कि चुनाव आने पर भाजपा को अपने काम बताने के बजाए जिन्ना और मंदिर मस्जिद याद आती है।