रामगंगा नदी में जगह-जगह उतराते मिले शव, दहशत में ग्रामीणों ने खेत पर जाना छोड़ा
बिहार और गाजीपुर जिले के बाद अब यूपी के बरेली जिले की नदी में भी शव उतराते देखे गए हैं। बरेली में पिछले एक पखवाड़े से रामगंगा नदी में जगह-जगह शव उतरा रहे हैं। दहशत के चलते किसानों ने खेतों की ओर जाना...
बिहार और गाजीपुर जिले के बाद अब यूपी के बरेली जिले की नदी में भी शव उतराते देखे गए हैं। बरेली में पिछले एक पखवाड़े से रामगंगा नदी में जगह-जगह शव उतरा रहे हैं। दहशत के चलते किसानों ने खेतों की ओर जाना छोड़ दिया है। कुछ ग्रामीणों ने बुधवार को भी नदी में शव उतराते देखे। दहशत में वे वहां से उल्टे पांव लौट आए। फतेहगंज पूर्वी के गांव पढ़ेरा, कादरगंज, खनी नवादा, नगरिया कला, पंखा खेड़ा व बदायूं जिले से सटा हुआ शेरहा, व वछलिया आदि गांव जामनगर कटरी के सटे हुए हैं। गांव से होकर निकलने वाली रामगंगा नदी में करीब एक पखवाड़े से शव उतराते देखे जा रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि रात में गाड़ियों से आकर कुछ लोग रामगंगा में दूर से फेंक देते हैं। जल्दबाजी में कई शव नदी के किनारे पड़े रहते हैं। कई दिनों से चल रहे इस क्रम से ग्रामीणों में दहशत का माहौल कायम हो गया है। लोगों ने बताया कि सबसे सीधा रास्ता कादरगंज आता है। कई गांवों में इस बात का डर है कि नदी में बहाए जा रहे यह शव कोरोना संक्रमित हुए तो संक्रमण फैलने का खतरा रहेगा। इसी वजह से कटरी के कई गांवों के लोगों ने खेतों और नदी की ओर जाना छोड़ दिया है। कादरगंज के पूर्व प्रधान गोपाल पाठक, ऋतिक पाठक, सत्यदेव पाल, अखिलेश शुक्ला, संजीव पाठक, मोनू, संजीत, राजू आदि ने बताया कि शव रामगंगा कटरी के किनारे उत्तर आते दिखाई पड़ते हैं। जिससे तमाम ग्रामीण अकेले खेतों की ओर नहीं जा रहे हैं।