फतेहपुर में दलित को बंधक बना पीट-पीट कर मार डाला
फतेहपुर में चोरी के आरोप में दबंगों ने दलित की पीट-पीट कर हत्या कर दी । जाफरगंज के एक ईंट भट्ठा मालिक व साथियों ने दलित को अगवा किया था। चोरी का राज उगलवाने के लिए हाथ पैर बांध कर उसकी...
फतेहपुर में चोरी के आरोप में दबंगों ने दलित की पीट-पीट कर हत्या कर दी । जाफरगंज के एक ईंट भट्ठा मालिक व साथियों ने दलित को अगवा किया था। चोरी का राज उगलवाने के लिए हाथ पैर बांध कर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। मरणासन्न हालत में बुधवार को एक सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे एक नलकूप से मुक्त कराया था, अस्पताल ले जाते समय उसकी रास्ते में मौत हो गई। आरोपी ईंट भट्ठा मालिक पुलिस हिरासत में है। घटना से तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल मुस्तैद किया गया है।
जाफरगंज के घेरा गांव निवासी सोहनलाल उर्फ भगत रैदास (34) सोमवार को दिन में किसी काम के लिए गांव के ईंट भट्ठे पर गया था। उसी शाम पड़ोसी गांव बिंदौर के ईंट भट्ठा मालिक शक्ति सिंह अपने साथी के साथ उसे घर से अपने साथ ले गए। भगत रैदास के शाम तक वापस नहीं लौटने पर परिजन बिंदौर पहुंचे जहां से उनको भगत को अगले दिन भेजने की बात कह कर वापस कर दिया। मंगलवार को भी जब भगत के वापस नहीं लौटा तो दोबारा परिजन शक्ति सिंह के घर पहुंचे, उनको फिर किसी काम से भगत को बाहर भेजने की बात कह वापस कर दिया। बुधवार सुबह परिजनों को जानकारी मिली कि शक्ति सिंह ने चोरी के आरोप में भगत को अपने निजी नलकूप में बंधक बनाकर रखा है। परिजन नलकूप जा रहे थे लेकिन दबंगों ने उन्हें रास्ते से वापस कर दिया।
आशंका पर परिजनों ने 100 नंबर पर पुलिस को मामले की जानकारी दी। चांदपुर थाने की पीआरवी की टीम नलकूप में पहुंची। पुलिस की गाड़ी रुकते ही नलकूप से निकल कर शक्ति सिंह व उसके दो साथी भागने लगे। पुलिस ने शक्ति सिंह को दौड़ा कर पकड़ लिया। नलकूप के अंदर दाखिल होने पर पुलिस स्तब्ध रह गई। भगत रैदास वहां मरणासन्न हालत में पड़ा है, उसके हाथ पैर रस्सी से बंधे हुए थे। पुलिस वालों ने अफसरों को सूचना दी और नाजुक हालत उसे लेकर अस्पताल के निकली लेकिन रास्ते में ही भगत की सांसे थम गईं। सीएचसी बिंदकी में डॉक्टर ने भगत को मृत घोषित कर दिया। प्रभारी निरीक्षक जाफरगंज अरविंद कुमार ने बताया कि ईंट भट्ठे में दो दिन पहले नशे की हालत में शक्ति सिंह की चेेन चोरी हो गई थी। उसी आशंका पर ईंट भट्ठा मालिक और उनके साथियों ने भगत को बंधक बनाकर पिटा जिसके उसकी मौत हो गई।
पुलिस से भिड़ा भट्ठा मालिक
नलकूप से भागते समय ईंट भट्ठा मालिक शक्ति सिंह को पीआरवी के सिपाही मुकेश यादव, लाल विनोद सिंह व दीवान अंगद ने उसे दौड़ा का पकड़ लिया। इस पर वह सिपाहियों से भिड़ गया और गुत्थम गुत्थी करने लगा। पुलिस के शिकंजा कसने पर उसने गाली गलौज करते हुए देख लेने की धमकी दी।
घर का अकेला था भगत रैदास
दबंगों की बेेहरमी का शिकार हुआ भगत रैदास अपने घर का अकेला था। गरीब परिवार में बुर्जुग पिता सूरज प्रसाद व मां पुकराती लंबे समय से बीमार चल रहे हैं, दोनों चारपाई से नहीं उठ पाते है। भगत रैदास के पत्नी की आठ साल पहले मौत हो चुकी है। उसके तीन बेटे आशीष मनीष और अनीष हैं। पूरे परिवार की जिम्मेदारी भगत के कंधों पर थी।
पत्नी को गोली से उड़ा चुका है शक्ति
दलित पर कहर बरपाने वाला ईंट भट्ठा मालिक शक्ति सिंह अपराधिक प्रवृत्ति का बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि वह शराब का लती है। नशे बाजी के विरोध में वह 2011 में अपनी पत्नी की गोली मार कर हत्या कर चुका है। वह कई साल जेल में रहने के बाद बाहर आया था।