11 साल के लड़के को मगरमच्छ ने जबड़े में दबाया, चरवाहों ने दिखाई हिम्मत, बचा ली बच्चे की जान
सोनभद्र जिले की मूर्तियां ग्राम पंचायत में गुरुवार दिन में हर किसी की सांसें उस समय अटक गईं जब मगरमच्छ ने 11 वर्षीय लवकुश गोंड को अपने जबड़े में जकड़ लिया। उसे बंधी में करीब 10 फीट अंदर खींच ले गया।
सोनभद्र जिले की मूर्तियां ग्राम पंचायत में गुरुवार दिन में हर किसी की सांसें उस समय अटक गईं जब मगरमच्छ ने 11 वर्षीय लवकुश गोंड को अपने जबड़े में जकड़ लिया। वह उसे बंधी में करीब 10 फीट अंदर खींच ले गया। उसकी जिंदगी खतरे में देख उसके साथियों और चरवाहों ने हिम्मत दिखाई। मगरमच्छ को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर उन्होंने उसे खूनी जबड़े से बचा लिया। हालांकि वह बुरी तरह घायल हो गया। डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। उभ्भा गांव निवासी चंद्रेश गोंड का बेटा लवकुश गोंड गुरुवार को मवेशियों को चराने मूर्तियां बंधी के पास गया था। पानी पीने के लिए मवेशी बंधी में चले गए। वह उन्हें बाहर निकालने गया तो भारी-भरकम मगरमच्छ उसके ऊपर झपट पड़ा।
जबड़े में उसका बायां हाथ आ गया। वह उसे खींचने लगा और खींचकर करीब 10 फीट अंदर ले भी गया। बच्चे की जिंदगी खतरे में देख उसके साथियों और चरवाहों ने हिम्मत दिखाई। प्लास्टिक की पाइप थमा कर उन्होंने उसे बाहर निकालने की कोशिश की। मगरमच्छ की पकड़ मजबूत थी। साथियों-चरवाहों का प्रयास काम नहीं आया। लगा कि कुछ ही देर में बच्चा मगरमच्छ का निवाला बन जायेगा। उधर, जानकारी होने पर बड़ी संख्या में लोग बंधी के पास पहुंच गए।
उन्होंने साथियों-चरवाहों का हौसला बढ़ाया। बस फिर क्या था-वे सभी लाठी-डंडे लेकर मगरमच्छ पर टूट पड़े। ताबड़तोड़ लाठी-डंडे पड़ने से वह घबरा गया और बच्चे को छोड़ पानी में चला गया। मगरमच्छ के हमले में बच्चे के बाएं हाथ की हड्डी टूट गई। पीठ और पैर में भी चोट आयी। वह खून से लथपथ था। परिजन उसे लेकर घोरावल सीएचसी पहुंचे। हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।