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प्रदेश के हर जिले में बनाएं एक वायरोलॉजी लैब : योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन पर जोर दिया है। बेहतर व्यवस्था के लिए हर जिले में एक-एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तैनात करने को कहा है। यह अधिकारी अपर...

प्रदेश के हर जिले में बनाएं एक वायरोलॉजी लैब : योगी आदित्यनाथ
वरिष्ठ संवाददाता, लखनऊ।Sat, 23 May 2020 06:47 AM
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन पर जोर दिया है। बेहतर व्यवस्था के लिए हर जिले में एक-एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तैनात करने को कहा है। यह अधिकारी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव व सचिव स्तर के होंगे। उन्होंने हर जनपद में एक वायरोलाजी लैब स्थापित करने की कार्ययोजना को तत्काल आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलाधिकारियों को मेडिकल टीम के लिए स्थापित क्वारंटीन सेन्टरों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को टीम-11 के साथ लॉकडाउन की स्थिति की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिए। यह अधिकारी जिलों में तैनात अधिकारियों से संवाद कायम करते हुए उनका मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि नामित किए जाने वाले 75 वरिष्ठ अधिकारी संबंधित जनपद में एक सप्ताह कैंप कर समीक्षा करें। साथ ही स्थानीय अधिकारियों को जरूरी मार्गदर्शन दें। उन्होंने इस कार्य में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही वन सेवा तथा वाणिज्यकर विभाग के योग्य अधिकारियों की भी सेवाएं प्राप्त करने के निर्देश दिए।

उन्होंने पुलिस को प्रभावी पेट्रोलिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि बार्डर क्षेत्र के साथ-साथ हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर नियमित पेट्रोलिंग से दुर्घटनाओं को रोकने में बड़ी मदद मिलती है। उन्होंने बाजारों में फुट पेट्रोलिंग की उपयोगिता पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रवासी कामगारों-श्रमिकों की सकुशल वापसी के साथ ही उन्होंने क्वारंटीन सेंटर में सुरक्षित ले जाएं। अब तक 20 लाख से अधिक प्रवासी कामगार-श्रमिक उत्तर प्रदेश में सकुशल वापस आए हैं। इनकी संख्या को देखते हुए प्रत्येक क्वारंटीन सेण्टर में अल्ट्रा रेड थर्मामीटर तथा पल्स आक्सीमीटर की व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रवासी कामगारों-श्रमिकों को 15 दिन के खाद्यान्न किट के साथ-साथ उन्हें नियमित तौर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए उनका राशन कार्ड बनवाया जाए। होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें 1000 रुपये का भरण पोषण भत्ता भी उपलब्ध कराया जाए। प्रवासी कामगारों-श्रमिकों की क्वारंटीन सेण्टर में स्किल मैपिंग की जाए। होम क्वारंटीन पूरा करने के साथ ही उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में भी तेजी से कार्य किया जाए। उन्होंने खाद्य एवं रसद विभाग को हर जरूरतमन्द को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने में योगदान देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में गठित निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। इन समितियों के सदस्यों से सी0एम0 हेल्पलाइन के माध्यम से संवाद स्थापित करते हुए इनके सर्विलांस कार्य की जानकारी प्राप्त की जाए।

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