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उपभोक्ता देवो भव: की तर्ज पर काम करें बिजली अधिकारी : ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा 

प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार में ‘उधार नहीं सुधार’ की कार्यसंस्कृति है। यह सरकार सुधार की शुरुआत अपने घर से करती है। युवा इंजीनियर अपने उज्ज्वल भविष्य...

उपभोक्ता देवो भव: की तर्ज पर काम करें बिजली अधिकारी : ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा 
हिन्दुस्तान टीम,नोएडाSat, 09 Jan 2021 05:58 AM
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प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार में ‘उधार नहीं सुधार’ की कार्यसंस्कृति है। यह सरकार सुधार की शुरुआत अपने घर से करती है। युवा इंजीनियर अपने उज्ज्वल भविष्य के लिये ऊर्जा क्षेत्र में सुधारों और उपभोक्ताओं की संतुष्टि के लिए अपना योगदान दें। ईमानदार उपभोक्ता उपकेन्द्रों तक चलकर आता है। उसका सम्मान व शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें। सस्ती, पर्याप्त व निर्बाध बिजली का संकल्प उपभोक्ताओं के सहयोग से ही संभव है। उन्होंने अफसरों से कहा कि वह उपभोक्ता देवो भव: की तर्ज पर काम करें।

उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बिजली उपकेंद्रों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया। सेक्टर-16ए फिल्म सिटी स्थित एनटीपीसी पावर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के सभागार में शुक्रवार को विद्युत व्यवस्था में सुधार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश विद्युत परिषद अभियंता संघ द्वारा आयोजित कराए गए कार्यक्रम में प्रदेशभर के निदेशक, चीफ इंजीनियर, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, एसडीओ आदि शामिल हुए।। यहां पर ऊर्जा मंत्री ने अभियंता संघ की पत्रिका का भी विमोचन किया। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायत है कि बिजली कार्यालयों में समस्या का समाधान नहीं हो पाता है। लोग चक्कर काटते रहते हैं।

गांवों में आज भी स्थिति सुधार की जरूरत है। उपभोक्ताओं के लिए उपभोक्ता देवो भव वाला व्यवहार अधिकारी करें। इसके बाद देखिए निगम के हालात कैसे बदलेंगे और जनता के बीच उनके विभाग की छवि और बेहतर होगी। उन्होंने अफसरों से कहा कि बिजली उपकेंद्रों को आत्मनिर्भर बनाएं। इसके लिए बिजली उपकेंद्रों पर ट्रांसफार्मर समेत मशीनरी दुरस्त रहे। जेई व अन्य कर्मी हर समय वहां तैनात रहे।

24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो, साथ ही बकायेदारों की सूची बनाकर उनसे आग्रह व सख्ती से बकाया भी वसूला जाए। यदि सकारात्मक दिशा में अफसर कदम उठाते हैं तो हालात निश्चित तौर पर बेहतर होंगे। उन्होंने कहा कि विभाग में बैठे कुछ लोग उपभोक्ताओं का शोषण करते हैं। ऐसे भ्रष्टों के लिए मेरे यहां कोई जगह नहीं है। ईमानदार अफसरों को भी ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अरविंद मलप्पा बंगारी, संगठन अध्यक्ष शैलेंद्र दूबे आदि रहे।

 बेईमान अफसरों के कारण रो रहा उपभोक्ता

ऊर्जा मंत्री ने विद्युत निगम केअच्छे अफसरों को जहां सराहा। वहीं, लचर और खराब अफसरों की छवि वाले अफसरों को नसीहत दी। इस बात पर कुछ अफसर हंसे तो मंत्री ने कहा कि देखिए कुछ साथी हंस रहे हैं, जबकि बेईमान लोगों के कारण उपभोक्ता रो रहा है।

निजीकरण पर संगठन को साधने की कोशिश

विद्युत निगम का निजीकरण करने की कोशिश प्रदेश सरकार समय-समय पर करती रहती है। इसको लेकर अभियंता संघ सरकार के मुखर विरोध में हैं। ऊर्जा मंत्री ने इस मुद्दे को लेकर भी संगठन को साधने की कोशिश की। सरकार अभियंताओं की प्रत्येक मांग पर सकारात्मक दिशा में विचार कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि अफसरों को भी हालात सुधारने की जरूरत है। उपभोक्ता की हर समस्या का समाधान करने और अपने कार्यों को आदर्श बनाएं।
 
मंत्री जी केडर से खंभों पर पेंट कर दिया

जिस जगह कार्यक्रम था। उसी के ठीक सामने सड़क किनारे लगे बिजली के खंभे बेहद खराब अवस्था में थे। निगम अफसरों ने अपनी लापरवाही छिपाने के लिए शुक्रवार सुबह उनपर पेंट करा दिया। आलम यह रहा कि  शुक्रवार देर शाम बारिश होने पर नीचे खड़ी गाडिय़ों पर भी पेंट टपकने लगा। शेष खंभे जर्जर अवस्था में ही दिखे।

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