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हिंदी न्यूज़ उत्तर प्रदेशकर्ज चुकाने को रची खुद के अपहरण की साजिश, गुरुग्राम में मौज मनाते गिरफ्तार

कर्ज चुकाने को रची खुद के अपहरण की साजिश, गुरुग्राम में मौज मनाते गिरफ्तार

रामपुर में शाहबाद क्षेत्र के युवक का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि उसने खुद ही अपने अपहरण की कहानी रचकर पत्नी और रिश्तेदारों को मैसेज भेजकर फिरौती में छह लाख रुपये की मांग की थी। वह कर्ज से परेशान था।

कर्ज चुकाने को रची खुद के अपहरण की साजिश, गुरुग्राम में मौज मनाते गिरफ्तार
Yogesh Yadavहिन्दुस्तान,शाहबाद (रामपुर)Thu, 19 Jan 2023 08:27 PM

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रामपुर में शाहबाद क्षेत्र के युवक का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि उसने खुद ही अपने अपहरण की कहानी रचकर पत्नी और रिश्तेदारों को मैसेज भेजकर फिरौती में छह लाख रुपये की मांग की थी। कई रोज की पड़ताल के बाद पुलिस ने आरोपी को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। बरामद करने के बाद गुरुवार को पुलिस ने इसका खुलासा किया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि कर्ज निपटाने के लिए उसने ये तानाबाना बुना था। पुलिस आरोपी को अभिरक्षा में रखकर कार्रवाई कर रही है।

गांव घारमपुर निवासी पुष्पा ने कोतवाली में मंगलवार को अपने पति के अगवा करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुष्पा ने पुलिस को बताया था कि 12 फरवरी को उनके पति सतीश नौकरी के लिए दिल्ली जाने की बात कहकर घर से गए थे। इसके बाद वे लापता हो गए। आरोप था कि नौकरी के झांसे से उन्हें बुलाने के बाद उनका अपहरण कर लिया गया।

अपहरणकर्ताओं ने उनका मोबाइल भी जब्त कर लिया। सतीश के फोन नंबर से 14 जनवरी को पुष्पा और अन्य रिश्तेदारों को मैसेज मिला, जिसमें सतीश को छोड़ने के एवज में छह लाख रुपये फिरौती की मांग की गई थी। अगवाकर फिरौती मांगने की जानकारी मिलने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर गांव पहुंची और छानबीन शुरू कर दी।

शाहबाद कोतवाल अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि सुरागकशी के बाद पुलिस ने सतीश को गुरुग्राम से दबोच लिया। इसके बाद पूछताछ में सतीश खुल गया। उसने बताया कि उस पर कर्ज था इसलिए उसने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रचकर घरवालों को मैसेज भेजकर फिरौती मांगी थी।

पहले भी परिवार वालों से रकम ले चुका था सतीश

पुलिस के मुताबिक सतीश पहले भी अपने ससुर चंद्रकेश से एक लाख रुपये और मां विमला देवी से पचास हजार रुपये ले चुका था। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में पता चला कि आरोपी सतीश ने पहले भी छह लाख रुपये घरवालों से यह कहते हुए मांगे थे कि डोनेशन से उसकी नौकरी लग जाएगी। इसी झांसे में उसे डेढ़ लाख रुपये मिल गए थे। 

पुलिस को पहले ही दिख गई थी संदिग्धता

पुलिस को एफआईआर के बाद ही केस में संदिग्धता दिख गई थी। इसके बाद पुलिस इसी पहलू पर काम भी कर रही थी। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस शुरू करना शुरू किया और उसका मोबाइल खुला रखने के लिए हर प्रयत्न किए। लोकेशन ट्रेस होते ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया।

एसपी अशोक कुमार शुक्ला के अनुसार शाहबाद के घारमपुर का सतीश अपने दोस्त यशपाल के साथ 12 जनवरी को मुरादाबाद गया था। यशपाल मुरादाबाद में उतरकर चंडीगढ़ चला गया। सतीश ने अपने अपहरण का ही मैसेज घर वालों को दिया। खुद का अपहरणकर्ता बनकर पत्नी को मैसेज किया कि दो लाख रुपये एकाउंट से ले लिए हैं। बाकी और डाल दो। आरोपी को बरामद कर लिया गया है। उस पर कार्रवाई की जा रही है। डीआईजी ने वर्कआउट करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम का ऐलान किया है।

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