नदी के बीच पोकलैंड चलाने पर कड़ाई से रोक लगाएं: सीएम योगी
यूपी सरकार जनसामान्य को उचित दर पर उप खनिज उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। सीएम ने कहा ललितपुर में रॉक फॉस्फेट, ललितपुर और सोनभद्र में पोटाश प्रक्रिया शुरू हो रही है।

इस खबर को सुनें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि खनन विभाग यह सुनिश्चित करे कि आवंटित खनन क्षेत्र के बाहर खनन कार्य कत्तई न हो। नदी की मुख्यधारा के बीच में पोकलैंड लगाकर खनन कार्य करना नदी के स्वरूप के साथ खिलवाड़ है। ऐसी गतिविधियों पर कड़ाई से रोक लगाई जाए।
शनिवार को लोकभवन में भूतत्व व खनिकर्म विभाग द्वारा तैयार कराए गए पोर्टल “माइन मित्र” http://minemitra.up.gov.in/ का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी दशा में उप खनिजों की ओवरलोडिंग नहीं होनी चाहिए। यह नियम विरुद्ध होने के साथ ही दुर्घटनाओं का कारण भी बनता है। इस पर रोक के लिए सख्ती की जानी चाहिए।
खनन संबंधी कार्यों में पारदर्शिता आई है
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में प्रदेश में खनन संबंधी कार्यों में पारदर्शिता आई है। आमजन को सुविधा देने के लिए अभिनव प्रयास किए गए हैं। इसी क्रम में खनन प्रबंधन के लिए शुरू किए जा रहे रहे एकीकृत पोर्टल माइन मित्र से खनन व्यवसायियों तथा खनन संबंधी निजी कार्यों के लिए आमजन को सुविधा होगी। नए व्यवसायियों को बाजार में स्थापित एकाधिकार से मुक्त कर समान अवसर मिले।
उपखनिजों से आमजन का सीधा जुड़ाव, कीमतें नियंत्रण में रहें
मुख्यमंत्री ने कहा कि बालू, मोरम, गिट्टी जैसे उपखनिजों से आम आदमी का सीधा जुड़ाव है। इनकी कीमतों में अनावश्यक बढ़ोतरी न हो। उप खनिजों के मूल्य नियंत्रण में रहें। उपखनिजों के कृत्रिम अभाव पैदा करने वाले कालाबाजारियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाए। राज्य सरकार जनसामान्य को उचित दर पर उप खनिज उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि ललितपुर जनपद में रॉक फॉस्फेट, ललितपुर और सोनभद्र में पोटाश तथा सोनभद्र में लौह अयस्क की प्राप्ति के लिए प्रक्रिया शुरू हो रही है। यह विंध्य और बुंदेलखंड में बड़े निवेश का का माध्यम बनेगा, रोज़गार का भी सृजन होगा।
माइन मित्र पोर्टल से खनन सेवाएं आसान होंगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले छोटे-छोटे कार्यों के लिए अनुमति लेने में लोगों की काफी दिक्कतें होती थीं। मैन्युअल आवेदन के कारण भ्रष्टाचार और लेटलतीफी की शिकायतें भी आती थीं। जनसामान्य, किसान, पट्टाधारक, स्टाकिस्ट, फुटकर विक्रेता, परिवहनकर्ता को खनन कार्यों के लिए विभिन्न अनुमति पत्र प्राप्त करने में माइन-मित्र प्लेटफार्म उपयोगी साबित होगा। पोर्टल पर विभिन्न सेवाएं सहज रूप से उपलब्ध हैं। निजी भूमि से मिट्टी निकालनी हो, खरीदी गई मिट्टी का परिवहन करना हो, खनिज कार्यों के लिए लीज, परमिट, रजिस्ट्रेशन आदि को इस प्लेटफार्म से जोड़ा जाना लोगों को काफी सहूलियत देने वाला होगा। इस अवसर पर निदेशक व सचिव खनन डा. रोशन जैकब व अन्य विभागीय उच्चाधिकारी उपस्थित थे।